दीनानगर/गुरदासपुर/अमृतसर.जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के चीफ जाकिर मूसा के पंजाब के बॉर्डर एरिया में घुसने की आशंका को लेकर दीनानगर, गुरदासपुर सहित कई थानों और सेकंड डिफेंस नाकों पर मूसा के पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में मूसा की 4 तस्वीरें हैं।
थानों पर तो करीब एक हफ्ता पहले ही ये पोस्टर लगाए थे, लेकिन माधोपुर में 4 संदिग्ध लोगों द्वारा इनोवा छीन कर भागने और फिरोजपुर जिले में जैश आतंकियों के घुसपैठ के बाद मूसा के पोस्टर कई और जगह भी लगाए गए हैं। एसएसपी गुरदासपुर स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि एक हफ्ते पहले आतंकी मूसा के अमृतसर में मूवमेंट का इनुपट मिला था। एहतियात के तौर पर पोस्टर लगाए गए हैं।
हालांकि, अमृतसर के कमिश्नर पुलिस एसएस श्रीवास्तव ने कहा कि माधोपुर से कार छीनने की घटना के बाद जनरल अलर्ट है, मूसा के अमृतसर में रहने जैसी कोई बात नहीं है। किसी भी तरह का आतंकी अलर्ट जारी नहीं किया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में जालंधर से हथियारों के साथ पकड़े गए स्टूडेंट्स के तार आतंकी मूसा से ही जुड़े थे।
आशंका इसलिए क्योंंकि, घाटी में सेना की सख्ती से अकेला पड़ चुका है मूसा
पुलिस के अनुसार, जेएंडके में सेना की सख्ती के चलते अकेले पड़ चुके जाकिर मूसा के पहाड़ों या फिर साथ लगते पंजाब के सरहदी इलाके में आकर छिपने की खुफिया एजेंसियों से सूचना मिली है। वहीं, एसएसपी स्वर्णदीप सिंह के अनुसार खुफिया एजेंसियों के अलर्ट पर ही उसके वांटेड के पोस्टर लगाए गए हैं।
चंडीगढ़ में पढ़ता था आतंकी, पंजाब में भी लिंक
कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठन अंसार गजवत उल हिंद को कश्मीर के तराल का रहने वाला कमांडर जाकिर रशीद बट उर्फ जाकिर मूसा चलाता है। उसके ग्रुप में पढ़े लिखे आतंकी हैं। वह खुद चंडीगढ में पढ़ता था। मूसा के पंजाब में भी काफी लिंक है। 2013 में पढ़ाई छोड़ कर हिजबुल में शामिल हुआ। उसके बाद जब बुरहान वानी मारा गया तो 2017 में अपना संगठन बनाया। जोकि अलकायदा का ही एक ग्रुप है।
पठानकोट इनोवा लूटकांड मेंतीसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ
पठानकोट के माधोपुर से 4 संदिग्धों द्वारा छीनी गई इनोवा मामले में 3 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। उधर, खुफिया एजेंसियों की ओर से पठानकोट से दीनानगर की तरफ से आने वाले लदपालवां टोल प्लाजा और जालंधर रोड पर मानसर टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। लेकिन इनोवा इन दोनों टोल प्लाजों से नहीं गुजरी थी। इससे संदिग्धों के पठानकोट या आसपास होने की आशंका है।
वहीं, जम्मू में दो दिन तक जांच के बाद पंजाब पुलिस शुक्रवार को लौट आई। पता चला कि संदिग्धों ने 13 नवंबर को जम्मू बस स्टैंड से गाड़ी बुक करने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं बनने पर वे रेलवे स्टेशन गए थे। वहीं, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व लखनपुर में सीसीटीवी भी खंगाले गए लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा।
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