स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों ने चंडीगढ़ में भी पंजाब-हरियाणा जैसी सुविधाएं देने की मांग की प्रशासक से
चंडीगढ़: स्वतंत्रता सेनानी उतराधिकारी एसोसिएशन की गर्वनिंग बॉडी की मीटिंग, अध्यक्ष केके शारदा की अध्यक्षता में हुई। सर्वप्रथम राष्ट गायन के बाद अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया। सरकार इस बार आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रही है। इस अवसर पर उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सच्ची श्रद्वाजंली यही होगी उनके परिवारों को चंडीगढ़ प्रशासन वह सभी सहुलियतें दे जो पंजाब और हरियाणा की सरकारें दे रही है। जैसे कि संपत्ति टैक्स माफ करना तथा निशुल्क चिकित्सा और शिक्षा एवम् नौकरी में भी बच्चों के लिए 2% का कोटा निश्चित हो। कुछ स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को सैक्टर 43 में मकान दिए गए थे लेकिन उसमें से कुछ परिवारों को उस समय मकान नहीं मिल सके। उनके बारे में भी चंडीगढ़ प्रशसन विचार करे। चंडीगढ़ प्रशासन से स्वतंत्रता सेनानियों को कई सालों से 2500- रूपये ही पेंशन मिल रही है उसे भी बढाया जाए। जबकि हरियाणा में भाजपा की सरकार 25 हजार दे रही है। चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को पत्र लिखा गया है कि इस 15 अगस्त को आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के लिए उपरोक्त घोषणाएं हो तो सही अर्थों में इस दिन को एक यादगार दिन के रूप में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार याद रखेंगे। उनके परिवारों को मान सम्मान के साथ सम्मानित किया जाए ना कि केवल खाना पूर्ति ही हो। इस मीटिंग में जिन सदस्यों ने भाग लिया उनमें मुक्तेशवर जोशी, शम्मी मेहरा. डी. एस नाहर, संजय भारती, सुखचैन सिंह, बलविंदर सिंह, सत्यवान कुन्दू व रूबी आदि शामिल हुए।