Chandigarh August 5, 2022
आज दिनांक 5 अगस्त 2022 को पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में Induction Programme/ Awareness Programme (PART-1) का आयोजन किया गया | कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर बैजनाथ प्रसाद ने निर्धारित विषय पर एक घण्टे का व्याख्यान किया | उन्होंने Induction (प्रेरण) एवं Awareness (बोध) के अर्थ को स्पष्ट करते हुए बताया कि जीवन के आरम्भ से ही प्रेरण मनुष्य के विकास के लिए आवश्यक है | प्रेरण को तीन भागों में बाँटते हुए स्पष्ट किया कि जीवन रक्षण के साधन, जीवन रक्षण को नष्ट करने वाले पदार्थ और जीवन को मूल्यों से परिपूर्ण करना प्रेरण (Induction) के लिए अनिवार्य तत्त्व है | जीवन रक्षण अर्थात उत्तम स्वास्थ के लिए शुद्ध जल, शुद्ध वायु और सकारात्मक पर्यावरण की प्राप्ति बहुत आवश्यक है | जीवन को नष्ट करने वाले नशीले पदार्थ हैं इनसे बचना बहुत जरुरी है | इन दोनों के बाद मनुष्य को शैशव काल से ही नैतिक शिक्षा की आवश्यकता पड़ती है | उन्होंने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को प्रथम स्थान पर रखा गया है | मातृभाषा में मस्तिष्क अधिक गति से विकसित होता है | इसके पश्चात प्रोफ़ेसर नीरजा सूद ने विभागाध्यक्ष के वक्तव्य की सराहना करते हुए कहा कि उनके वक्तव्य में एक भाषावैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक को साकार होते देखा है | प्रोफ़ेसर नीरजा सूद ने कहा कि आज के बालक एवं युवा को समय, सम्मान एवं विश्वास की आवश्यकता है | प्रत्येक विद्यार्थी प्रतिभासम्पन्न होता है गुरुजन का दायित्त्व है कि वह उसकी प्रतिभा को तराशने का कार्य करें | विद्यार्थी एवं गुरुजन में संवाद आवश्यक है | तत्पश्चात विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने अपनी जिज्ञासाएँ प्रकट की जिनका सफल समाधान किया गया |