महाराजा अग्रसेन जयंती पर दिखेगी वैश्य समाज की एकता: नवीन गोयल
-वैश्य समाज की सभी संस्थाएं मिलकर मनाएंगी महाराजा अग्रसेन जयंती
-गुरुग्राम में होगा भव्यता से होगा इस अग्र महाकुंभ का आयोजन
गुरुग्राम। अग्रोहा धाम में निर्माणाधीन महालक्ष्मी जी के मंदिर के निर्माण में जिस तरह से वैश्य समाज ने एक होकर इस काम का बीड़ा उठाया है, उसी तरह से अब महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह गुरुग्राम भी एक छत्र के नीचे रहकर वैश्य समाज मनाएगा। इस आयोजन के लिए यहां जिला न्यायालय के सामने स्थित होटल में बैठक आयोजित की गई। बैठक में महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह गुरुग्राम के भव्य आयोजन के लिए सात लोगों की मार्गदर्शक समिति, 21 लोगों की आयोजन समिति बनाई गई।
मुख्य संयोजक नवीन गोयल के अलावा मार्गदर्शन समिति में रामनिवास, सुंदरदास अग्रवाल, रोशन लाल मंगला, जेएन मंगला, शरद गोयल, चेतन दास, नरेश अग्रवाल को शामिल किया गया है। आयोजन समिति में ऋषि अग्रवाल, प्रवीन अग्रवाल एडवोकेट, गजेंदर गुप्ता (बॉबी), डा. विनोद अग्रवाल, डा. सतीश अग्रवाल, नरेश जैन प्रधान, निमेश गुप्ता, बीएल अग्रवाल, मुकेश गर्ग तेल वाले, मनोज गुप्ता (गुड्डू), राजीव मित्तल, अभय जैन, अरुण अग्रवाल, अजय अग्रवाल, सतीश तायल, पुनीत अग्रवाल, गजानंद, रघुनंदन, गगन गोयल, ईश्वर मित्तल एडवोकेट, धीरज मित्तल व सतीश को लिया गया है। इसी तरह युवा समिति में डीपी गोयल, कौशल गर्ग, मोहित सिंघल, विक्की बंसल, हनी, सोनू तायल, विवेक गुप्ता और महिला समिति में समता ङ्क्षसगला व आशा गोयल को शामिल किया गया है। जल्द ही डीपी गोयल के नेतृत्व में 21 युवाओं की कमेटी, समता सिंगला व आशा गोयल के नेतृत्व में 21 महिलाओं की कमेटी भी बनाई जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य संयोजक बनें नवीन गोयल ने कहा कि वैसे तो वैश्य समाज एक है और अलग-अलग संस्थाओं के माध्यम से समाजसेवा के कार्यों में सदा अग्रणी रहता है। इस बार महाराजा अग्रसेन जयंती को सभी संस्थाएं एकजुटता से मनाएंगी। इसी को लेकर हुई बैठक में तय किया गया कि आगामी 26 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2022 तक महाराजा अग्रसेन जयंती मनाई जाएगी। श्री गोयल ने कहा कि वैश्य समाज सदा ही महाराजा अग्रसेन के दिखाए मार्ग पर चला है। गरीबों, जरूरतमंदों, बीमारों, लाचारों की सेवा के साथ देश सेवा में भी समाज सदा अग्रणी रहता है। देश की आर्थिक मजबूती भी वैश्य समाज से ही है। व्यापार में देश ही नहीं दुनियाभर में वैश्य समाज के प्रतिनिधि फैले हुए हैं और वहां की आर्थिक मजबूती में अपना योगदान दे रहे हैं। वैश्य समाज के बिना देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। नवीन गोयल ने कहा कि व्यापार संबंधी हर क्षेत्र में वैश्य व्यापारियों का प्रतिनिधित्व है। कठिन परिश्रम करके आगे बढऩा वैश्य समाज में जन्म के साथ ही बच्चों को सिखाया जाता है। व्यापार के साथ-साथ आज वैश्य समाज के युवा सरकारी और निजी क्षेत्र में बड़े-बड़े पदों पर भी विराजमान हैं। आईएएस, आईपीएस, आईआरएस में वैश्य समाज के युवाओं का चयन होना आम बात हो गई है।
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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020