लोकल बाॅडीज डिपार्टमेंट ने पब्लिक की सुविधा जो नई शुरुआत की थी वही पब्लिक की परेशानी बन गई है। घर बैठे अपने मकान, दुकान या किसी भी भवन का नक्शा पास करने के लिए आॅनलाइन सुविधा का इस्तेमाल करने वालों को एमसी ऑफिस के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। अब एमसी के अधिकारियों को नए लैपटाॅप देकर इस काम में तेजी लाने की बात की जा रही है। एजेंडे में 4 नए लैपटाॅप बिल्डिंग ब्रांच को खरीदकर देने का प्रस्ताव रखा गया है। विभाग का दावा था कि इससे पब्लिक का काम समय पर हाेगा। साथ ही नक्शे में कोई कमी हो तो वह जमा करने से पहले ही बता दी जाएगी ताकि एमसी ऑफिस में चक्कर न काटने पड़ें।
दो साल में नहीं पकड़ी रफ्तार : पिछले साल 15 अगस्त से यह सर्विस शुरू कर दी गई है पर अब तक यह रफ्तार नहीं पकड़ सकी। लोकल बाॅडीज डिपार्टमेंट की ओर से इस काम को करने के लिए तकनीकी तौर पर अपने कर्मचारियों व इस काम से जुड़े आर्किटेक्ट्स को भी वर्कशाॅप में ट्रेनिंग भी दी है ताकि वे सरकार की ई-गवर्नेंस पोर्टल की पूरी जानकारी हासिल कर इसका इस्तेमाल पब्लिक के लिए कर सकें। लोगों को भी इसके लिए जागरूक कर सकें। दो साल बीत जाने पर भी यह काम स्पीड नहीं पकड़ सका।
अफसरों को दी जानकारी…
जीरकपुर समेत कई नगर परिषदों व निगमों के बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों, कर्मचारियों को लोकल बाॅडीज विभाग के हेड ऑफिस चंडीगढ़ में एक वर्कशाॅप आयोजित कर ऑटोमेटिक बिल्डिंग प्लान अप्रूवल प्रोसेस के बारे में जानकारी भी दी गई।
हर महीने 200 से ज्यादा नक्शे होते हैं जमा…
जीरकपुर में हर महीने 200 से ज्यादा नक्शे पास होने के लिए आते हैं। इन नक्शों को पास करने के लिए नगर परिषद में एक एटीपी, बिल्डिंग इंस्पेक्टर, म्युनिसिपल इंजीनियर, ईओ व अन्य स्टाफ है पर जितने नक्शे हर महीने जीरकपुर मंे जमा होते हैं, पंजाब के किसी दूसरे शहर मंे इतने नक्शे जमा नहीं होते।
तकनीकी कर्मियों से हो रही दिक्कत…
नगर परिषद के एमई मुकेश राय का कहना है कि सरकार नक्शों को समय पर पास किया जा रहा है। कुछ तकनीकी कमियों के कारण देरी हो रही है।