- जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान भारत विरोधी अभियान में लगा है
- इमरान सरकार ने 30 अगस्त को कश्मीर मुद्दे पर कश्मीर ऑवर का आयोजन कर चुकी है
Dainik Bhaskar
Sep 13, 2019, 01:38 PM IST
मुजफ्फराबाद. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीरी नागरिकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इमरान सरकार पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में शुक्रवार को ‘जलसा’ कार्यक्रम करेगी। प्रधानमंत्री इमरान खान समेत उनके कई मंत्री इसमें शामिल हो सकते हैं। इमरान खान ने 11 सितंबर को जलसा कार्यक्रम करने का ऐलान किया था।
उन्होंने कहा था कि ऐसे आयोजनों से कश्मीर के नागरिकों को यह बताना है कि पूरा पाकिस्तान उनके साथ है। पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाता रहा है, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारतीय राजनयिकों ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के दावों को खारिज कर दिया।
पाकिस्तान ने प्रदर्शन में स्कूली बच्चों को शामिल किया था
पाक सरकार ने 30 अगस्त को कश्मीर सॉलिडेरिटी ऑवर मनाया था। इसमें लोगों से सड़कों पर उतरने की अपील की गई, लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम रही। अधिकारियों ने स्कूली बच्चों को भी प्रदर्शन में शामिल करने की कोशिश की थी। प्रदर्शन के दौरान ट्रैफिक रोक दिया गया था।
एफएटीएफ की सूची में ब्लैकलिस्ट हो सकता है पाकिस्तान
भारत विरोधी अभियान के बीच पाकिस्तान को विदेशों से मिलने वाली मदद को लेकर झटका मिल सकता है। पाक अधिकारियों ने यह संकेत दिया है कि बैंकॉक में इस हफ्ते आयोजित एशिया पैसिफिक संयुक्त समूह की बैठक में पाकिस्तान का अपेक्षित मूल्यांकन नहीं किया गया है। उसे जून 2018 में ग्रे लिस्ट में डाला गया था और 27 सूत्रीय एक्शन प्लान को लागू करने के लिए 15 महीने का वक्त दिया गया था। लेकिन, इन पर अमल की स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की सूची में ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है।