- अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पहले 7.3% का अनुमान जारी किया था
- अप्रैल-जून तिमाही में भारत की आर्थिक विकास दर 6 साल के सबसे निचले स्तर 5% पर पहुंची
Dainik Bhaskar
Sep 13, 2019, 12:56 PM IST
वॉशिंगटन. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि कॉरपोरेट और रेग्युलेटरी अनिश्चितताओं, कुछ गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं की कमजोरी के कारण भारत की आर्थिक विकास दर अनुमान से अधिक कमजोर हुई। गुरुवार को आईएमएफ ने आर्थिक विकास दर के अनुमान में 0.3% की कटौती करते हुए वित्त वर्ष 2019-20 में 7% रहने की उम्मीद जताई।
आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने भारतीय अर्थव्यवस्था की कमजोरी पर चिंता जताते हुए नए आंकड़े पेश करने की बात कही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून की तिमाही में भारत की आर्थिक विकास दर 6 साल के सबसे निचले स्तर 5% पर पहुंच गई। जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह स्तर 8% पर थी।
वित्त वर्ष 2021 में आर्थिक विकास दर 7.2% रहने का अनुमान
आईएमएफ की शुरुआती रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2021 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 7.2% लगाया गया। इससे पहले यह अनुमान 7.5% का आंका गया था।
ट्रेड वॉर ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को कमजोर किया
गेरी राईस ने कहा, “अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को झटका दिया है। इससे ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ अगले साल 0.8% घटने की आशंका है। पिछले एक दशक के वित्तीय संकट के दौरान दुनिया भर में विनिर्माण स्तर पर पहले से ही मंदी का दौर जारी है।