बूड़िया निवासी निर्मल सिंह (35) ने जगाधरी के मटका चौक स्थित होटल सम्राट के कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। मंगलवार को उसे होटल में कमरा किराए पर लिया था। बुधवार जब सुबह 11 बजे होटल कर्मियों ने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई और दरवाजा अंदर से लॉक था। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई। माैके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजे का लॉक तोड़ा गया। दरवाजा खुला तो देखा कि निर्मल का शव पंखे पर डाले फंदे पर लटका था। उसकी मौत हो चुकी थी और शरीर नीला पड़ चुका था और अकड़ा हुआ था। पुलिस ने सूचना मृतक के परिजनों को दी। परिजनों के आने पर शव को फंदे से उतारा गया।
निर्मल के पिता छोटूराम ने पुलिस को बयान दिए कि उसका बेटा बीए पास था। उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। इस बात से वह परेशान था। इसी परेशानी के चलते उसने सुसाइड किया है। निर्मल अपने पीछे 10 वर्षीय बेटा छाेड़ गया है। अर्जुन नगर चौकी इंचार्ज अभयराम ने बताया कि मामले में 174 की कार्रवाई की गई है। मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस के अनुसार सामने आया है कि निर्मल ने जमीन बेचकर प्लाॅट भी लिए थे। उसकी लाखों की पेमेंट आनी थी और कुछ पैसा उसे देना भी था।
निर्मल का फाइल फोटो।
अंतिम काॅल प|ी व बहन को की थी
पुलिस जब कमरे में पहुंची तो वहां पर निर्मल का मोबाइल पुलिस ने बरामद किया। पुलिस ने जब मोबाइल को देखा तो निर्मल के मोबाइल पर अंतिम कॉल उसकी प|ी और बहन की थी। फोन फ्लाइट मोड पर था। निर्मल ने अपने घर पर मैसेज किया हुआ था कि वह दो दिन बाद लौट आएगा। किसी कारण से उसे मोबाइल बंद करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि उसने यह मैसेज भेेजने के बाद सुसाइड कर लिया था। वह हरिद्वार से कांवड़ भी लेकर आया था। वहां से ली टी शर्ट उसने पहनी हुई थी।
फंदा लगाने के लिए नई रस्सी खरीदी थी
जिस रस्सी का फंदा बनाकर निर्मल ने सुसाइड किया है, वह नई थी। बताया जा रहा है कि वह रस्सी मंगलवार को ही खरीदकर लाया था। घर से वह एक्टिवा पर आया था। मंगलवार को उसने सम्राट होटल का रूम नंबर नौ लिया था। बेड पर कुर्सी रखी थी। माना जा रहा है कि इस कुर्सी पर चढ़कर ही पंखे पर रस्सी बांधी गई। इसके साथ ही कमरे में एक पानी की बोतल ही थी। वहीं बेड की चादर से लग रहा था कि कमरे में आते ही निर्मल ने सुसाइड किया होगा। बेड सीट ऐसी थी कि अभी बिछाई गई हो। इसके साथ ही बेड और पंखे पर डाले फंदे में करीब साढ़े चार फीट का अंतर था। निर्मल का शव फंदे पर लटका हुआ जरूर था, लेकिन उसकी दोनों टांगे मुड़ी हुई थी। यानी उसने गले में फंदा लगाते ही टांगें मोड़ ली होंगी।
निर्मल दूसरों को हौसला देता था : पार्षद
निर्मल कांग्रेसी नेता एवं पार्षद देवेंद्र सिंह का बेहद करीबी था। निर्मल सिंह की मौत की सूचना पर वे भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि निर्मल समाजसेवी था। हर किसी के दुख सुख में साथ रहता था। उन्हें तो विश्वास ही नहीं हो रहा कि वह ऐसा कर सकता था। वह तो दूसरों को हौसला देता था। उसने कभी उन्हें किसी तरह की समस्या भी नहीं बताई। उसके दोस्तों का कहना है कि निर्मल ने उन्हें भी कभी कोई समस्या या परेशानी नहीं बताई। वे खुद हैरान है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।
सुबह दरवाजा नहीं खोला तो हुआ शक
इस होटल में पहले भी सुसाइड के मामला सामने आ चुका है। होटल संचालक ने बताया कि निर्मल मंगलवार रात आठ बजे आया था। सुबह जब दरवाजा नहीं खोला तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आकर दरवाजे का लॉक खोला तो वह फंदे पर लटका हुआ था। वह सोमवार को भी होटल में रुका था।
कई लोग कर चुके सुसाइड, वजह पता नहीं चल पाती
पिछले कुछ दिनों में शहर में कई लोग सुसाइड कर चुके हैं। कई तो ऐसे हैं जिनकी वजह अब तक पता नहीं चल पाई है। पिछले दिनों गांव भटौली निवासी लक्कड आढ़ती ने सुसाइड कर लिया था। उनके परिवार ने कहा था कि किसी तरह की न तो कोई परेशानी थी और न ही कोई बात। इसी तरह प्लाइवुड व्यापारी के बेटे आशीष ने पिछले दिनों सुसाइड किया था। उसके परिवार ने भी कहा था कि सुसाइड की कोई वजह नहीं थी। उधर डॉक्टर्स की माने तो अगर कोई सुसाइड करता है तो उसके पीछे कोई न कोई वजह होती है। कोई बेवजह सुसाइड नहीं करता।