- गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन विधेयक लोकसभा में पास, राज्यसभा में पारित होना बाकी
- हाफिज सईद को टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 17 जुलाई को लाहौर से गिरफ्तार किया गया
- भारत के प्रयासों से मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने मई में वैश्विक आतंकी घोषित किया था
Dainik Bhaskar
Jul 27, 2019, 09:33 AM IST
नई दिल्ली. गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन विधेयक (यूएपीए कानून) 2019 लोकसभा में पास हो गया है, अब राज्यसभा में पारित होना बाकी है। संसद से स्वीकृति मिलने के बाद अगर यह आतंक विरोधी कानून बनता है, तो मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद और पुलवामा हमलों का जिम्मेदार मसूद अजहर पहले घोषित आतंकी हो सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो दोनों की यात्रा पर प्रतिबंध लग सकेगा और उनकी संपत्ति जब्त की जा सकेगी।
गृह मंत्रालय के अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि यह प्रस्तावित बिल अंतरराष्ट्रीय मानकों और संयुक्त राष्ट्र संघ के समझौते के अनुरूप ही है। जैसे ही यह आतंक विरोधी यूएपीए बिल राज्यसभा में पास होगा, उसके तुरंत बाद हाफिज और मसूद के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक अधिकारी के मुताबिक, आतंकी के रूप में किसी की पैरवी केंद्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद ही होगी। आतंकी के रूप में नामित शख्स केंद्रीय गृह सचिव से अपील कर सकता है, जिसे 45 दिनों के भीतर अपील का निपटारा करना होगा।
टेरर फंडिंग मामले में हाफिज गिरफ्तार
पाकिस्तान पुलिस ने हाफिज को टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 17 जुलाई को लाहौर से गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने 24 जुलाई को उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। 3 जुलाई को हाफिज समेत जमात-उद-दावा के 13 नेताओं के खिलाफ एंटी-टेररिज्म एक्ट-1997 के तहत टेरर फंडिंग और मनी-लॉन्ड्रिंग जैसे करीब दो दर्जन मामले दर्ज किए गए थे। इससे पहले इसी साल मार्च में पाक सरकार ने हाफिज के संगठनों जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत पर भी प्रतिबंध लगाया था।
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पाक ने कार्रवाई की थी
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा और फलाह-ए-इंसानियत के खिलाफ जांच शुरू की थी। पंजाब पुलिस ने मार्च में बताया था कि सरकार ने जमात के 160 मदरसे, 32 स्कूल, दो कॉलेज, चार हॉस्पिटल, 178 एंबुलेंस और 153 डिस्पेंसरी को सीज किया था। पाक अधिकारियों ने बताया था कि जमात-उद-दावा के अंतर्गत 300 मदरसे, स्कूल, अस्पताल, एक पब्लिशिंग हाउस और एंबुलेंस सर्विस शामिल हैं।
अमेरिका ने सईद को वैश्विक आतंकी घोषित किया
रिपोर्ट के मुताबिक- सईद के संगठन जमात-उद-दावा को लश्कर-ए-तैयबा का मुख्य चेहरा माना जाता है। 2008 के मुंबई हमले का मास्टरमाइंड भी सईद ही है। अमेरिका ने सईद को वैश्विक आतंकी घोषित किया है। उस पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 69 करोड़ रु.) का इनाम भी रखा गया है।
यूएन में मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित
आतंकी मसूद अजहर को यूएन की सुरक्षा परिषद ने 1 मई को वैश्विक आतंकी घोषित किया था। भारत लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करवाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन चीन इसमें अड़ंगा लगा रहा था। इसी साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। इसमें 40 जवान शहीद हुए। हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी।