- 4 करोड़ क्वालिफायर्स में से चुने गए 100 गेमर खेलेंगे यह वर्ल्ड कप, विजेता को विंबलडन चैंपियन से भी ज्यादा 21 करोड़ रु. मिलेंगे
- 30 देश के गेमर वर्ल्ड कप में शामिल हो रहे हैं, 12 साल के बच्चे भी खेल रहे
Dainik Bhaskar
Jul 27, 2019, 09:35 AM IST
खेल डेस्क. न्यूयॉर्क में आज से ई-स्पोर्ट्स का दुनिया का सबसे बड़ा इवेंट शुरू हो रहा है- फोर्टनाइट वर्ल्ड कप। वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए हुए क्वालिफायर्स में करीब चार करोड़ गेमर्स ने हिस्सा लिया था, इनमें से 100 गेमर चुनकर आए हैं। ये गेमर 12 साल उम्र के भी हैं और 40 साल से ज्यादा के भी। फोर्टनाइट वर्ल्ड कप दुनिया का सबसे ज्यादा प्राइज मनी वाला ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट है। करीब 200 करोड़ रुपए प्राइज मनी है, जिसमें से 21 करोड़ रुपए वर्ल्ड कप विजेता को मिलेंगे।
विजेता को मिलने वाली ये राशि टेनिस के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट विंबलडन के चैम्पियन को मिलने वाली राशि से भी ज्यादा है। विंबलडन चैम्पियन को 20 करोड़ रुपए मिलते हैं। यानी 12 साल के बच्चे चैम्पियन बनकर नोवाक जोकोविच और सिमोना हालेप से भी ज्यादा राशि जीत सकते हैं। चैम्पियन के अलावा रनरअप, नंबर-3 और 4 को भी 10 करोड़ से लेकर 40 लाख तक की राशि मिलेगी। 30 देशों के गेमर इस वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रहे हैं।
गेमर्स 8 से 10 घंटे स्क्रीन के सामने बैठे-बैठे अभ्यास करते हैं
इन्हीं में से एक हैं ब्रिटेन के 14 साल के काइली। काहली से जब इन गेम्स के बारे में पूछा गया तो वे बोले- ‘आप लोग इसे बाकी खेलों की तुलना में हल्का मत समझिए। ई-गेम्स बहुत सीरियस चीज है। हम भी बाकी खेलों की तरह दिन में 8 से 10 घंटे स्क्रीन के सामने बैठे-बैठे अभ्यास करते हैं। तब जाकर वर्ल्ड कप तक पहुंचे हैं।’ ई-स्पोर्ट्स आज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता हुआ खेल है। इसके लिए कई देशों में अलग से स्टेडियम भी बनाए गए हैं।
15 साल के बेंजी दावेदार, जीते तो घर खरीदेंगे; गेमर्स को 2 दिन पहले प्लेइंग एरिना दिखाया गया
ब्रिटेन की ओर से ई-स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप में सबसे बड़े दावेदार 15 साल के बेंजी हैं। वे बेंजीफिशी प्लेयर नेम से गेम खेलते हैं। बेंजी कहते हैं- ‘मुझे नहीं पता कि वर्ल्ड कप में क्या होता है। बस जाकर अच्छा खेलना है। फिर अगर जीत गया तो सबसे पहले परिवार के लिए खुद का घर खरीदूंगा।’ गेमर अभी इस बात से अंजान हैं कि इस तरह के गेम्स कैसे आयोजित होंगे। सभी गेमर्स को दो दिन पहले ही प्लेइंग एरिना पर ले जाया गया।
रेवेन्यू 2020 तक 1 बिलियन डॉलर का होगा
- ई-स्पोर्ट्स का दुनियाभर से रेवेन्यू: 6.2 हजार करोड़ रुपए(900 मिलियन डॉलर)
- रेवेन्यू बढ़ने की दर: सालाना 50% से भी ज्यादा
- दुनियाभर में यूजर: 25 करोड़
- ई-स्पोर्टस हार्डवेयर इंडस्ट्री: 4.8 लाख करोड़ रुपए (सोर्स- फोर्ब्स, डीएफसी इंटेलिजेंस)।