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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

168 सालों में 2018 चौथा सबसे गर्म साल रहा, फिर भी पिछले चार साल में थोड़ा ठंडा रहा

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गैजेट डेस्क. साल 2018 में धरती का तापमान थोड़ा कम हुआ, लेकिन ये अभी भी 1850 के बाद चौथा सबसे गर्म साल रहा। इस बात की जानकारी, अमेरिका के बर्कली अर्थ के वैज्ञानिकों ने दी है। उन्होंने अपनी कैलकुशन में पाया कि, 2018 का औसत तापमान 14.96 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 1951 से 1980 के औसत तापमान से 0.77 डिग्री सेल्सियस और 1850 से 1900 के औसत तापमान से 1.16 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। हालांकि, वैज्ञानिकों ने ये भी कहा कि 2015, 2016 और 2017 की तुलना में 2018 थोड़ा ठंडा रहा। इसमें 2016 सबसे ज्यादा गर्म साल रहा था।

धरती का 85% हिस्सा गर्म रहा

  • वैज्ञानिकों ने बताया कि, ग्रीन हाउस गैस के प्रभाव की वजह से धरती का तापमान बढ़ता जा रहा है और इसका असर धरती के ज्यादातर हिस्से पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि, 2018 में धरती का 85% हिस्सा 1951-1980 के औसत तापमान से ज्यादा गर्म रहा, जबकि 13% हिस्से का तापमान समान रहा और सिर्फ 2.4% हिस्सा ही ठंडा रहा।
  • वैज्ञानिकों ने कहा, “हमारा मानना है कि 2018 में धरती का 4.3% हिस्सा साल के औसत तापमान से कहीं ज्यादा गर्म रहा, जिसमें खासतौर से यूरोप और मध्य पूर्व के कई क्षेत्र शामिल थे।” वैज्ञानिकों का मानना है कि यूरोप में हीटवेव और मध्य पूर्व में सूखे की वजह से गर्मी ज्यादा बढ़ी।

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29 देशों का तापमान औसत से भी ज्यादा, भारत का इससे कम
वैज्ञानिकों के मुताबिक, 2018 में दुनिया के 29 देशों में तापमान औसत से ज्यादा दर्ज किया है। इसमें अल्बानिया, अर्मेनिया, ऑस्ट्रिया, बहरीन, बेल्जियम, बुल्गारिया, बोस्निया, क्रोएशिया, साइप्रस, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, इटली, लक्जमबर्ग, पोलैंड, कतर, सर्बिया, स्लोवाकिया, स्विट्जरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश शामिल हैं। हालांकि, भारत का तापमान औसत से भी कम रहा।

2018 से ज्यादा गर्म होगा 2019, दूसरा सबसे गर्म साल बनेगा

  • वैज्ञानिकों ने जताया है कि 2019, 2018 के मुकाबले ज्यादा गर्म साल रहेगा। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि 2016 की तुलना में 2019 थोड़ा कम गर्म रहेगा।वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बात की संभावना 50% से ज्यादा है कि 2019, 1850 के बाद से दूसरा सबसे गर्म साल बन सकता है।
  • इस रिसर्च को करने वाले टीम के प्रमुख रॉबर्ट रोह्ड ने कहा कि, “अगर इसी तरह धरती का तापमान बढ़ता रहा तो 2035 तक 1850-1900 के औसत तापमान से 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा, जबकि 2060 तक ये बढ़कर 2.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच जाएगा।”

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2018 was the fourth warmest year on record