लंदन.मेडिकल हिस्ट्री में इसे अनोखा मामला कहा जा सकता है। एक महिला ने तीन बच्चियों को जन्म दिया। इसमें दो जुड़वां पैदा हुई और तीसरी आईवीएफ पद्धति से। इसमें आश्चर्य की बात यह है कि एक ही समय में सामान्य गर्भधारण से पैदा होने वाली जुड़वां बच्चियों के साथ ही आईवीएफ पद्धति से विकसित बच्ची ने भी जन्म लिया। मेडिकल हिस्ट्री में इसके पहले ऐसा मामला सामने नहीं आया है।
-
पोलैंड की बीटा बेनियास (36) और उनके पति पॉवेल (40) ने एक साथ तीन बच्चियां पैदा होने पर कहा- ‘यह चमत्कार से कम नहीं है। हमने सालों तक इस खुशी का इंतजार किया है। अब हम घर में किलकारियां सुनने के लिए बेताब हैं।’
-
बीटा और पॉवेल बच्चा पाने की ख्वाहिश में 7 साल की कोशिशों के बाद जब नाउम्मीद हो गए, तो वे फर्टिलिटी क्लिनिक गए। यहां उन्हें बताया गया कि वे बच्चा पैदा कर सकते हैं। यह भी बताया कि बीटा की बच्चेदानी में समस्या है और उनका वजन जरूरत से ज्यादा है। इसे कम करना होगा, तभी वह मां बन सकती है।
-
बीटा ने डॉक्टर की सलाह मानकर 30 किग्रा वजन कम कर लिया। इसके बाद शुरू हुई आईवीएफ पद्धति से मां बनने की कहानी। बीटा ने बताया, ‘मैं उस वक्त बहुत भावुक हो गई थी, जब पहली बार मेरी कोख में अंडे को डाला गया था।’ इस दौरान डॉक्टरों ने उन्हें कई तरह के परहेज बताए। इसमें इलाज के दौरान आपसी संबंध नहीं बनाने के अलावा 14 दिन बीतने तक गर्भ परीक्षण नहीं करने की भी सलाह दी गई थी।
-
बीटा ने कहा, ‘मैं इंतजार नहीं कर सकी। 9वें दिन ही घर पर टेस्ट कर लिया और गर्भवती होने की खुशी में फूली नहीं समा रही थी। समय बीतता गया। जब हम पहली बार सोनोग्राफी कराने पहुंचे तो पता चला कि गर्भ में तीन बच्चे पल रहे हैं। इनमें से दो सामान्य रूप से पैदा होने वाले और तीसरा बच्चा आईवीएफ पद्धति से विकसित हो रहा है।’
-
आखिरकार वह दिन आ ही गया, जब तीनों बच्चों ने जन्म ले लिया। तीनों बेटियां थीं। बीटा ने कहा- ‘मुझे ऐसा लगा कि मैंने जिंदगी में सबकुछ पा लिया।’
-
चेल्सी में पिछले 25 सालों से फर्टिलिटी एक्सपर्ट के रूप में काम कर रही एम्मा कैनन का कहना है कि बीटा का मामला सचमुच रेयर है।इतने सालों में ऐसा मामला मेरे सामने पहली बार सामने आया है कि आईवीएफ से इलाज के दौरान सामान्य भ्रूण भी विकसित होते रहे हों। आईवीएफ चक्र के साथ सामान्य भ्रूण यानी दोनों एक साथविकसित नहीं होते। बीटा पहले गर्भधारण कर चुकी थी और उसके बाद आईवीएफ से उसका दोबारा गर्भधारण कराया गया है। ऐसे मामले को हम ‘मिरेकल’ ही कह सकते हैं।