जीरकपुर.बलटाना की एक स्वीट्स शॉप से 8 जनवरी को चोरी हुई कार को पीड़ित परिवार ने टोल प्लाजा के फास्टैग स्टिकर की मदद से खुद ढूंढ़ निकालने और तीन चोरों को अरेस्ट कराने का दावा किया है, जबकि बलटाना पुलिस का दावा है कि दो चारों को पकड़कर कार उन्होंने बरामद की है।
कार मालिक अमित का कहना है कि उन्होंने और उनके परिवार ने 5 घंटे की कड़ी मशक्कत से कार ढूंढ़ी। पूरा परिवार जीरकपुर-बनूड़ मार्ग पर स्थित नए टोल प्लाजा अजीजपुर पर रात 3 बजे ही खड़ा हो गया था। उनको यकीन था कि उनकी गाड़ी यहां से गुजरेगी।
सोमवार सुबह 8 बजे उन्होंने अपनी गाड़ी के आते ही उसे पहचान लिया और टोल प्लाजा की जिस लेन से गाड़ी गुजर रही थी, उसके सामने खड़े हो गए। पहले तीन कार सवार उनसे लड़ने आए, लेकिन जब टोलकर्मी इकट्ठे हो गए तो कार सवार लड़कों ने कहा कि उन्होंने कार 80 हजार में खरीदी है।
जब अमित ने कागजात दिखाने को कहा तो लड़कों ने कोई जवाब नहीं दिया। फिर पुलिस भी आ गई और तीनों कार सवार युवकों को जीरकपुर पुलिस स्टेशन ले गई। कार से एक तलवार भी मिली है। पुलिस सूत्रों की मानें तो यह गैंग है, जिसने गत दिनों किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है।
लोहड़ी मनाते समय रात 10.34 बजे मोबाइल पर आया पहला मैसेज :
अमित ने बताया कि उनके पड़ोस में लोहड़ी सेलिब्रेट की जा रही थी, लेकिन उनका दिमाग अपनी गाड़ी की ओर ही था। अभी कार्यक्रम चल ही रहा था कि उनको रात 10.34 बजे मैसेज आया। उसके बाद रात 1.33 बजे मोबाइल पर नीजरपुर अमृतसर के टोल प्लाजा का मैसेज आया कि गाड़ी वहां से अमृतसर की तरफ गई है। वह सोमवार सुबह अमृतसर जाने की सोच रहे थे। रात को बेड पर लेटे थे ताे 2.55 बजे फिर मैसेज आया कि उनकी गाड़ी नीजरपुर टोल प्लाजा से लाेडोवाल प्लाजा की ओर आ रही है। तब उन्हें यकीन हो गया कि चोर जीरकपुर की तरफ ही गाड़ी लेकर आ रहे हैं और जीरकपुर-बनूड़ रोड स्थित गांव अजीजपुर के टोल से गुजरेंगे।
रात 3 बजे बहन, बेटे व कजिन को लेकर पहुंचे अजीजपुर: रात करीब 3 बजे अमित अपने 16 साल के बेटे हर्ष अरोड़ा, बहन सोनिया अरोड़ा व कजिन करण अरोड़ा के साथ अजीजपुर टोल प्लाजा पर पहुंचे। वहां तैनात कर्मचारियों को गाड़ी का नंबर और पूरी बात बताई। इसके बाद पुलिस कंट्रोल को कॉल करते रहे। काफी देर बाद जब एक मुलाजिम ने फोन उठाया तो उसे सारी जानकारी दी। मुलाजिम ने आश्वासन दिया कि वह अभी जीरकपुर पुलिस को मैसेज फ्लैश कर देता है। पुलिस कुछ देर में आ जाएगी। जब एक घंटे तक कोई नहीं आया तो वो खुद बलटाना पुलिस चौकी पहुंचे। गेट बंद था। वह दरवाजा खटखटाते रहे, लेकिन किसी ने गेट नहीं खोला।
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