तिरुवनंतपुरम. केरल के सबरीमाला मंदिर में बुधवार सुबह 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं ने प्रवेश किया। सुप्रीम कोर्ट से सबरीमाला मंदिर में प्रवेश की इजाजत मिलने के लगभग तीन महीने बाद आज पहली बार महिलाओं ने सबरीमाला के दर्शन किए हैं। एक दिन पहले ही सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश का विरोध करने वालों के खिलाफ महिलाओं ने 620 किमी लंबी श्रृंखला बनाई। यह श्रृंखला कासरगोड से तिरुवनंतपुरम तक बनाई गई। लिंग समानता के संदेश के साथ बनाई गई इस श्रृंखला में लाखों की संख्या में महिलाएं शामिल हुई थीं।
800 साल से चली आ रही प्रथा
28 सिंतबर को सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में हर महिला के प्रवेश की इजाजत दी। इससे पहले यहां 10 से 50 साल उम्र की महिला के प्रवेश पर रोक थी। यह प्रथा 800 साल से चली आ रही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरे राज्यभर में विरोध हो रहा है।
आदेश के बाद तीन बार खुला मंदिर
आदेश के बाद 16 नवंबर को तीसरी बार मंदिर खोला गया। मंदिर 62 दिनों की पूजा के लिए खुला, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी विरोध के चलते अभी तक कोई महिला मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाई।
#WATCH Two women devotees Bindu and Kanakdurga entered & offered prayers at Kerala’s #SabarimalaTemple at 3.45am today pic.twitter.com/hXDWcUTVXA
— ANI (@ANI) January 2, 2019
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