मुंबई. कॉमेडियन(Comedian) कादर खान (kader Khan) अब हमारे बीच नहीं रहे। 81 साल की उम्र में कनाडा के एक हॉस्पिटल में कादर ने अंतिम सांस ली। कादर फिल्मों में विलेन बने, कॉमेडियन बने और कैरेक्टर आर्टिस्ट्स के तौर पर भी नजर आए। लेकिन पर्दे पर सबको हंसाने वाले कादर की असल जिंदगी काफी दर्द भरी रही है। वे अपनी वालिदा यानी मां से बेहद प्यार करते थे। लेकिन जब मां का इंतकाल हुआ तो वे घर में अकेले ही थे। उन्होंने इस बारे में बताने के लिए जब अपने करीबियों को फोन किया तो कोई उनपर यकीन नहीं कर रहा था। सब उन्हें फटकार रहे थे, यह सोचकर कि कादर मजाक कर रहे हैं। खुद कादर ने एक इंटरव्यू के दौरान इसकी वजह शेयर की थी। कादर ने बताई थी यह वजह…
– कादर ने इंटरव्यू में कहा था, "जिस दिन मेरी वालिदा का इंतकाल हुआ, वह पहली अप्रैल थी। अब मैं जिसको फोन करके कहूं कि भाई मेरी वालिदा का इंतकाल हो गया तो लोगों ने कहा फोन पर कि हर चीज का मजाक करो, वालिदा की मौत का मजाक कभी मत करो। ये बहुत गंदी बात है।"
मां के लिए डॉक्टर को उठाकर घर ले आए थे कादर
– कादर ने इंटरव्यू में कहा था, "मेरी वालिदा की मौत भी अजीब सी थी। मैं एक स्टेट कॉम्पिटीशन से प्ले कर के लौटा घर तो देखा कि मेरी वालिदा खून की उल्टियां कर रही हैं। एक पतीले में खून की उल्टियां कर रही हैं और उसे मोरी में गिरा रही हैं। मैंने कहा मां तू क्या कर रही है? तो बोलीं- कुछ नहीं बेटा ऐसे ही थोड़ा खून आ जाता है कभी-कभी। मैंने कहा- तूने मुझसे कभी कहा नहीं। मैं दौड़ता हुआ गया और फिल्मों में जैसा होता है, मैंने डॉक्टर को कहा कि भाई मेरी वालिदा की तबियत ठीक नहीं है। उसने आने से इनकार कर दिया। मैंने उसे कंधे पर उठाया और जैसा कि फिल्मों में होता है…गुंडागर्दी… मैंने वो करते हुए डॉक्टर को उठाकर लाकर घर में फेंका। मां की लाश के करीब। मैंने कहा- देख मेरी मां को। उसने मेरी वालिदा को देखा और कहा- शी इज नो मोर। शी इज डेड…मर गई।"
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