चंडीगढ़.सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां की मुश्किलें बढ़ गई हैं। फोरेंसिक जांच में राधे मां पर धमकाने के आरोपों वाली रिकार्डिंग का वॉयस सैंपल उनकी आवाज से मैच कर गया है। मंगलवार को यह जानकारी कपूरथला के एसएसपी ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दी।
साथ ही एसएसपी ने कोर्ट को बताया कि राधे मां के खिलाफ आपराधिक शिकायत के मामले की जांच को लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसमें एक आईपीएस और एक पीसीएस ऑफिसर है। कहा गया कि एक महीने में जांच पूरी कर ली जाएगी।
इस पर हाईकोर्ट ने पुलिस को कहा कि जांच पूरी कर 2 महीने में रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें। इससे पहले पुलिस की तरफ से जवाब दायर कर कहा गया था कि याची द्वारा बातचीत की दी गई ऑडियो सीडी और टाइपिंग मोड में बातचीत फोरेंसिक जांच के लिए भेजी गई है।
फगवाड़ा के सुरेंद्र ने लगाया, राधे मां पर धमकाने का आरोप :
फगवाड़ा के रहने वाले सुरेंद्र मित्तल ने याचिका दायर कर कहा कि राधे मां से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं कि वह उनके खिलाफ न बोलें। सुरेंद्र का कहना है कि उसने इस मामले में पुलिस से शिकायत की थी कि राधे मां जागरण में खुद को मां दुर्गा का अवतार कहकर त्रिशूल धारण कर बैठती हैं।
इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। याचिका में कहा गया कि उनके साथ कई लोगों ने राधे मां का विरोध किया था और जागरण नहीं होने दिया था। इसके बाद उन्हें राधे मां की तरफ से पहले तो फोन कर रुपयों का ऑफर दिया गया। ऑफर स्वीकार न करने पर उन्हें धमकियां मिलने लगीं कि वे उनके मामले में दखल न दें। धार्मिक भावनाएं आहत करने, रुपये ऑफर करने व धमकियां मिलने को लेकर उन्होंने पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने राजनीतिक प्रभाव में कोई कार्रवाई नहीं की। याची ने इस पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
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