केवड़िया (गुजरात). सरदार वल्लभभाई पटेल की आज जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंच चुके हैं। उन्होंनेकुछ देर में वह नर्मदा जिले में स्थित सरदार सरोवर में बनी दुनिया की सबसे ऊंची 182 मीटर की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण करेंगे। इसके लिए वे 30 नदियों के जल से प्रतिमा के पास स्थित शिवलिंग का अभिषेक करेंगे। इस दौरान तीस ब्राह्मणमंत्रोच्चार करेंगे।
#WATCH: Celebrations underway near Sardar Vallabhbhai Patel’s #StatueOfUnity in Gujarat’s Kevadiya that will be inaugurated by Prime Minister Narendra Modi today. #RashtriyaEktaDiwas pic.twitter.com/ioafhMipKd
— ANI (@ANI) October 31, 2018
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण के लिए गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, नर्मदा, ताप्ती, सिंधु, कावेरी, करजण, सरयू, ब्रह्मपुत्र समेत 30 छोटी-बड़ी नदियों का जल लाया गया है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के अनावरण समारोह में देश के 33 राज्यों की संस्कृति की झलक दिखाई देगी। यूनिटी वॉल से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक सवा दो किमी लंबे मार्ग पर 900 कलाकार खड़े होकर प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे।
#WATCH: #StatueOfUnity in Gujarat’s Kevadiya. The world’s tallest statue, with the height of 182 metres, will be inaugurated tomorrow on the birth anniversary of Sardar Vallabhbhai Patel. pic.twitter.com/0udIob1pL0
— ANI (@ANI) October 30, 2018
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की खासियत
- नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध पर बनी यह मूर्ति सात किलोमीटर दूर से नजर आती है। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इससे पहले चीन की स्प्रिंग बुद्ध सबसे ऊंची प्रतिमा थी। इसकी ऊंचाई 153 मीटर है। इसके बाद जापान में बनी भगवान बुद्ध की प्रतिमा का नंबर आता है जो 120 मीटर ऊंची है। तीसरे नंबर पर न्यूयॉर्क की 93 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी है।
- 2021 में भारत सरदार पटेल से भी ऊंची प्रतिमा बना लेगा। 212 मीटर ऊंची छत्रपति शिवाजी की यह प्रतिमा मुंबई के पास अरब सागर में बन रही है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में पांच साल का वक्त लगा। सबसे कम समय में बनने वाली यह दुनिया की पहली प्रतिमा है। लागत 2990 करोड़ रुपए है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को सिंधु घाटी सभ्यता की समकालीन कला से बनाया गया है। इसमें चार धातुओं के मिश्रण का इस्तेमाल किया गया है। इससे इसमें बरसों तक जंग नहीं लगेगी। स्टैच्यू में 85% तांबा इस्तेमाल हुआ है।
- स्टैच्यू में लगी लिफ्ट से पर्यटक प्रतिमा के हृदय तक जा सकेंगे। यहां से लोग सरदार सरोवर बांध के अलावा नर्मदा के 17 किमी लंबे तट पर फैली फूलों की घाटी का नजारा देख सकेंगे।
- प्रतिमा में सरदार के चेहरे की बनावट तय करने के लिए दस लोगों की कमेटी बनाई गई थी। सभी की सहमति के बाद 30 फीट का चेहरा बना गया। इसे 3डी तकनीक से तैयार किया गया है।
- पटेल की प्रतिमा के होंठ, आंखें और जैकेट के बटन 6 फीट के इंसान के कद से बड़े हैं। इसमें 70 फीट लंबे हाथ हैं, पैरों की ऊंचाई 85 फीट से ज्यादा है। इसे बनाने में 3400 मजदूरों और 250 इंजीनियरों ने लगभग 42 महीने काम किया।
पर्यटक स्थलों के तौर पर विकसित कर रही सरकार
#WATCH: Laser light show at #StatueOfUnity of Sardar Vallabhbhai Patel that will be inaugurated on his 143rd birth anniversary tomorrow. #Gujarat pic.twitter.com/3g5VKF0VJo
— ANI (@ANI) October 30, 2018
- सरकार स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को पश्चिम भारत के सबसे शानदार पर्यटक स्थलों के रूप में विकसित कर रही है। यहां पर्यटकों के आकर्षण के लिए कई और सुविधाएं बनाई जा रही हैं। पर्यटक यहां रुक भी सकेंगे।
- प्रतिमा स्थल पर लेजर शो चलेगा। पास में ही म्यूजियम, रिसर्च सेंटर और फूड कोर्ट होगा। प्रतिमा पर कमर से ऊपर लेजर शो के जरिए सरदार पटेल की जीवन यात्रा दिखाई जाएगी।
- सरदार म्यूजियम भी होगा। जहां पटेल से जुड़े 40 हजार दस्तावेज, 2 हजार दुर्लभ फोटो होंगी। नेहरू, अंबेडकर, सरोजिनी नायडू जैसी विभूतियों के संविधान सभा में दिए भाषण के ऑडियो टेप भी म्यूजियम में होंगे।
- यहां 45 हेक्टेयर में टाइगर सफारी बनाई जाएगी, कच्छ की तर्ज पर 250 रूम की टेंट सिटी बनेगी, इसमें 500 लोग ठहर सकेंगे सरदार सरोवर बांध से 4 किमी दूर साधु बेट में कच्छ के रण की तरह टेंट सिटी बसाई जा रही है।
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