मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने वाली हरियाणा की मानुषी छिल्लर को पुरस्कार दिये जाने के मामले में प्रदेश के पूर्व और मौजूदा मुख्यमंत्री के बीच शाब्दिक जंग शुरू हो गयी है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा है कि ओलंपिक खिलाडियों की तरह मानुषी को भी सरकार द्वारा छह करोड़ रुपये, भूखंड एवं नौकरी दी जानी चाहिए.
हरियाणा में दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हुड्डा ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली भाजपा सरकार को छह करोड़ रुपये, भूखंड तथा नौकरी देकर मानुषी को यथोचित सम्मान देना चाहिए जैसा कि ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों को दिया जाता है. मानुषी ने भी प्रदेश और पूरे देश को ख्याति दिलवायी है.
हुड्डा की सलाह पर मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, ‘पूर्व मुख्यमंत्री ने जो कहा है यह उनकी प्रकृति और उनका मिजाज है क्योंकि उनकी सोच भूखंड और नकदी तक ही सीमित है. व्यक्ति को इन सबसे ऊपर उठकर सोचना चाहिए.’ प्रतियोगिता में अंतिम प्रश्न के उत्तर के लिए खट्टर ने मानुषी की तारीफ की. इसमें मानुषी से पूछा गया था कि किस पेशे में सबसे अधिक पगार होती है और क्यों.
खट्टर ने बताया कि मानुषी ने इसका उत्तर दिया, ‘सभी मां अपने बच्चों के लिए बहुत त्याग करती हैं. और यह सब धन के लिए नहीं होता है. मुझे लगता है कि यह सब प्यार और सम्मान के लिए होता है. इसलिए मुझे लगता है कि मां का पेशा ही सबसे अधिक सैलरी के योग्य है.’
मुख्यमंत्री की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर हुड्डा ने कहा, ‘मैं जिस बारे में बात कर रहा हूं वह एक गंभीर मुद्दा है. जो मैंने कहा मानुषी उस सम्मान के योग्य है. उसने पूरे राज्य और देश को गौरवान्वित किया है. लेकिन आज तक साक्षी मलिक को नौकरी नहीं मिली है. इसके अलावा कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें नौकरी दी जानी चाहिए था लेकिन पिछले तीन साल में कुछ नहीं हुआ है.’
हुड्डा ने कहा, ‘मेरा मानना है कि बेटियों को पूरा सम्मान मिलना चाहिए और ऐसी हल्की बातों से उनका अपमान नहीं किया जाना चाहिए. मुझे नहीं लगता है कि खट्टर साहब पर इसका आरोप लगाना चाहिए क्योंकि यह दर्द वही व्यक्ति समझ सकता है जिसकी अपनी बेटी होती है.’ इस पर खट्टर ने कहा कि वह पूरे हरियाणा को अपना परिवार समझते हैं.