अपनी सेविंग्स (बचत) को इनवेस्टमेंट (निवेश) के रुप में बदले युवाः फाईनैंश्यिल एक्सपर्ट्स
पंजाबी युनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स और फेकल्टी के लिये इनवेस्टर्स अवैरनेस प्रोग्राम आयोजित
पटियाला, देश के युवा अपनी सेविंग्स (बचत) को नया स्वरूप देकर इन्वेस्टमेंट (निवेश) के रूप में बदले और अपने भविष्य को सुरक्षित बनाये। यह भाव भारत सरकार द्वारा गठित सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के आजीवन सदस्य अश्विनी भाटिया ने सोमवार को सिटिजंस अवैरनेस ग्रुप, सेबी, एनएसडीएल और एनएसई द्वारा संयुक्त रूप से पटियाला यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ एप्लाइड मैनेजमेंट (यूएसएएम) में आयोजित मैनेजमेंट स्टूडेंट्स और फैकल्टी को संबोधित करते हुये प्रकट किये। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व एमडी रह चुके भाटिया ने वर्चुअल रुप से सत्र के दौरान अपने फाइनेंशियल करियर के अनुभवों को साझा करते हुये सेविंग्स के लिये प्रेरित किया। उन्होंने डिस्पिलिन, डिफाॅल्ट और डायवर्सिफिकेशन के सिद्धांत का उदाहरण पेश करते हुये युवाओं को बताया कि सेविंग के साथ साथ इनवेस्टमेंट आवश्यक है जिसके लिये लंबी अवधि का धीरज रखना होता है। इसलिये इस सेक्टर में कोई शार्टकट नहीं है।
इससे पूर्व आयोजक और यूएसएएम के विभागाध्यक्ष डाॅ राजकुमार गौतम ने अपने स्वागत संबोधन में ऐसे आयोजनों की सार्थकता पर बल देते हुआ कहा कि फाइनेंशियल एक्सपर्ट के साथ यह प्लेटफार्म साझा कर मैनेजमेंट स्टूडेंट्स को प्रेक्टिकल एस्सपोजर प्राप्त होगा जो उनके करियर में लाभकारी होगा।
अपने संबोधन में सेबी के क्षेत्रीय निदेशक राजेश दनगेती ने इस बात पर बल दिया कि युवा अभी से ही निवेश शुरु करें चाहे वह उनकी पॉकेट मनी क्यों न हो । निवेश न केवल उन्हें भविष्य में मदद करेगा बल्कि उनके प्रोफेशनल कैरियर को भी सपोर्ट करेगा। उन्होंनें कहा कि मार्केट में निवेश के अनेकों विकल्प मौजूद हैं परन्तु उसी ब्रोकर या फर्म की मदद लें जो सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त हो। उन्होंनें कहा कि भारत सरकार द्वारा सेबी के गठन का उद्देश्य ही निवेशकों के हितों की रक्षा करना और इस सेक्टर में किसी भी धोखाधड़ी पर अंकुश लगाना।
इससे पूर्व सिटिजंस अवैरनेस ग्रुप के चैयरमेन सुरेन्द्र वर्मा ने अपने संबोधन में बल दिया बिना नॉलेज के किसी भी निवेश से बचे। उन्होंनें स्टूडेंट्स को हिदायत दी कि निवेश से पहले अपना ‘होमवर्क’ अवश्य करें।
एनएसई के वाईस प्रेजीडेंट (रेगूलेटरी) जोगिंदर सिंह ने बताया कि टेकनोलोजी की प्रगति के कारण निवेशकों के लिये जहां चीजें सरल हुई है वहीं वित्तीय धोखाधड़ी में भी खासा उछाल दर्ज हुआ है जिसके लिये सजग होने की आवश्यकता है। उन्होंनें चेताया कि जल्द पैसा देने का वायदा करने वालों से सावधानी से निपटा जाये। उन्होंनें बताया कि फाईनैंश्यिल फ्राॅड्स को लेकर सरकार बहुज सजग हैं परन्तु निवेशकों को भी सावधानी बरतने की जरुरत है।
अपने संबोधन में चंडीगढ़ के आमंत्रित सेबी की ऐजीएम मोहिता दहिया ने कहा कि मैनेजमेंट स्टूडेंट होने के नाते वे काॅरपोरेट और फाईनैंश्यिल जगत की खबरों से अपने आप को अपडेट रखे जिसके लिये अखबारों के फ्रंट और बिजनैस पेज पढ़ना बहुत जरुरी है।
कार्यक्रम के दौरान एनएसडीएल के सीओओ अमित जिंदल और असिसटेंट मैनेजर अमित गुप्ता ने भी संबंधित विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रवि सिंगला ने अंत में आये प्रतिनिधियों को आभार व्यक्त किया।