Chandigarh Today

Dear Friends, Chandigarh Today launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards http://chandigarhtoday.org

Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

कैप्टन ने नामंजूर किया राणा का इस्तीफा, अब फैसला राहुल गांधी पर

0
956

चंडीगढ़। पंजाब के बिजली एवं सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह का इस्तीफा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नामंजूर कर दिया है। अब उनके इस्तीफे पर अंतिम फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधीलेंगे। इसके लिए कैप्टन वीरवार को राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। कैप्टन दिल्ली पहुंच गए हैं। कैप्टन ने माना कि राणा का इस्तीफा उन्हें मिल गया है, लेकिन अभी स्वीकार नहीं किया है। हाईकमान के साथ मीटिंग के बाद इस पर अंतिम फैसला होगा।

गौरतलब है कि नीलामी में अपने रसोइए के नाम पर रेत खड्डों लेने और 1000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले के मुख्य आरोपी गुरिंदर सिंह से पांच करोड़ रुपये राजबीर एंटरप्राइसिस के लिए लेने के आरोपों में फंसे राणा गुरजीत ने इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे को लेकर सचिवालय में ही नहीं, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी खूब चर्चा रही। कुछ लोग इसे देरी से उठाया हुआ सही कदम बता रहे थे।
कुछ का कहना है कि उनके इस्तीफे ने आम आदमी पार्टी में भी जान फूंक दी है। आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल खैहरा ने ही इस मुद्दे को सबसे ज्यादा उछाला। सूचना अधिकार का उपयोग करके उन्होंने राणा की कंपनियों से संबंधित कई दस्तावेज पेश किए। यहां तक कि नारंग कमीशन की रिपोर्ट भी उन्होंने सूचना अधिकार का उपयोग करके ही ली।
इस रिपोर्ट के आधार पर ही सिंचाई विभाग के ठेकेदार गुरिंदर सिंह से पांच करोड़ रुपये राणा की कंपनी द्वारा लेने का लिंक सामने आया। गुरिंदर सिंह एक हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले के मामले में विजिलेंस की कैद में हैं। सुखपाल खैहरा ने नारंग कमीशन को भी कठघरे में खड़ा किया और कई ऐसे सवाल दागे, जिनके बारे में नारंग कमिशन की रिपोर्ट खामोश थी।

सिंचाई विभाग लेने के लिए लॉबिंग शुरू

सूत्रों से पता चला है कि जैसे ही राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफा देने की खबर प्रकाशित हुई, वैसे ही मंत्रियों में राणा गुरजीत सिंह का मलाईदार सिंचाई महकमा लेने की मंत्रियों में होड़ लग गई। पहले से ही एक बड़ा महकमा संभाल रहे एक मंत्री तो इस मामले को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिल भी चुके हैं।

लुधियाना चुनाव के बाद कुतरे जाएंगे पर

मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के निकटवर्ती सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री राणा गुरजीत का इस्तीफा लुधियाना नगर निगम के चुनाव के बाद ही स्वीकार करना चाहते हैं। नगर निगम के चुनाव फरवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में होने हैं। वैसे, पटियाला, अमृतसर और जालंधर के नगर निगमों के चुनाव के बाद यहां मेयरों और डिप्टी मेयरों का चयन करने के लिए भी राहुल गांधी के साथ मीटिंग है जिसमें पंजाब मामलों की प्रभारी आशा कुमारी, पार्टी के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ा, सह प्रभारी हरीश राय चौधरी और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहेंगे।