बच्चों में नैतिक मूल्यों और कृष्ण चेतना को किया जा रहा है प्रज्वलित
पंचकूला : स्कूलों में बच्चों को ग्रीष्मकालीन छुट्टियां पड़ चुकीं हैं। इस दौरान अनेक संस्थाएं समर कैंप लगा कर बच्चों को कई गतिविधियों में पारंगत करवा रहीं हैं परन्तु टीम इस्कॉन, पंचकूला द्वारा आयोजित समर कैंप में कुछ अलग हट कर बच्चों को आध्यात्मिक ज्ञान से जुड़ी गतिविधियों में जोड़ कर उन्हें धार्मिक व नैतिक मूल्यों के बारे में शिक्षा-दीक्षा दी जा रही है। एचजी जाह्नवी प्रिया देवी दासी और एचजी गोपिका देवी दासी ने जानकारी देते हुए बताया कि ये कैंप पंचकूला के सेक्टर 12 स्थित जय श्री गोविन्द धाम, इस्कॉन में एक जून को शुरू हुआ था जो 10 जून तक चलेगा। 11 जून को एक बड़ा समारोह आयोजित कर भागीदार बच्चों को प्रमाणपत्र वितरित किए जाएंगे व बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस्कॉन पंचकूला द्वारा इस अपनी तरह के अनूठे समर कैंप में 120 से अधिक विद्यार्थी भाग ले रहें हैं। शिविर, नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने और कृष्ण चेतना प्रदान करने पर केंद्रित है, जिसमें बच्चों के लिए कला और शिल्प, नृत्य, गायन, श्लोक पाठ, स्टोव के बिना खाना बनाना, नाटक सहित विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
इस शिविर ने बच्चों को मूल्यवान जीवन पाठों को आत्मसात करते हुए मौज-मस्ती करने के लिए एक मंच प्रदान किया। प्रत्येक दिन, प्रतिभागियों को उनके लिए परोसे जाने वाले शानदार लंच प्रसादम का बेसब्री से इंतजार रहता है, जो उनके समग्र अनुभव में एक रमणीय स्पर्श जोड़ता है। एचजी जाह्नवी प्रिया देवी दासी और एचजी गोपिका देवी दासी, जो पिछले 15 वर्षों से इस पहल का नेतृत्व कर रही हैं, ने विशेषज्ञता और समर्पण के साथ शिविर का मार्गदर्शन किया। बच्चों को हरिनाम संकीर्तन में भी पारंगत किया जा रहा है।
इस्कॉन पंचकूला आध्यात्मिक समर कैंप जैसे अभिनव कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है। संगठन का मानना है कि कम उम्र में नैतिक मूल्यों और कृष्ण चेतना को स्थापित करने से व्यक्तियों के समग्र विकास और समग्र रूप से समाज की बेहतरी में योगदान मिलता है।