डा० अनिरुद्ध उनियाल नव्य भारत फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित
नव्य भारत फाउंडेशन (एनबीएफ) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन हुआ। जिसमें पीजीआई चंडीगढ के फिजीयोथेरेपीसट डा० अनिरुद्ध उनियाल राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए,सिमरन कौर उपाध्यक्ष ,डा० हैप्पी शर्मा महासचिव, डा० रजत गुप्ता कोषाध्यक्ष, खुशी संयुक्त सचिव, डा०पंकज पाल सोशल मीडिया संयोजक ,समिक्षा उनियाल, लीगल एडवाइजर निर्वाचित हुए। संस्था के एडवाइजरी बोर्ड में श्री विक्रांत खंडेलवाल, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, भारत विकास परिषद, श्री अजेय कुमार जी ,प्रदेश संगठन महामंत्री , भाजपा उत्तराखंड, श्री विजय प्रताप जी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, अ0भा0वि0प, श्रीमती नेहा जोशी , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भा0ज0यू0मो,प्रोफेसर विपिन कौशल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट पीजीआई चंडीगढ, डा० विरेन्द्र गर्ग, ओएसडी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री,एडवोकेट राजकुमार मक्कड़, दिव्यांग आयुक्त, हरियाणा, डा०बिबेक अध्या,सुपरिटेंडेंट फिजीयोथेरेपीसट पीजीआई चंडीगढ , श्री सौरव मैठानी, प्रसिद्ध लोकगायक आदि कई देश के प्रसिद्ध संस्थानों के डाक्टर, शिक्षाविद,कानूनविद, कलाकार व राष्ट्रीय स्तर के व्यक्तित्व संस्था की सलाहकार समिती के सदस्य हैं। नव्य भारत फाउंडेशन एक सामाजिक संस्था है जो राष्ट्र सेवा परमो धर्मः के मंत्र पर कार्यरत है । संस्था के मिशन चिरंजीवी भारत के अंतर्गत देशभर में राष्ट्रव्यापी फिजीयोथेरेपी एवं मेडिकल कैंप दिव्यांग जन, महिला, बुजुर्ग व अन्य जरूरतमंद समाज के लिए निशुल्क लगाए जाते हैं और चैरिटेबल क्लीनिक्स के माध्यम से आम जन मानस का न्यूनतम शुल्क पर अधिकतम सही व सुलभ उपचार किया जाता है, मिशन जीवन रेखा के अंतर्गत रक्तदान व अंगदान शिविर का आयोजन और आमजनमानस को जागरूक किया जाता है, मिशन अपर्णा शक्ति के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण के कार्य किए जाते हैं । इसके अलावा फाउंडेशन कई देशभक्ति, जनजागरण व धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करवाती रहती है जिससे आमजनमानस समाज कल्याण में संलग्न रहे।इस मौके पर अध्यक्ष डा० अनिरुद्ध उनियाल ने सभी शुभचिंतकों का ह्रदय से आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया व कहा कि वह इस जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से निभायेंगे। उन्होने कहा कि राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के इस महान कार्य में वह सभी देशवासियो से आह्वान करते है कि वह सभी इस महायज्ञ में अपनी आहूति डाले और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें जिससे भारत पुनः विश्वगुरू के गौरवान्वित पद पर स्थापित हो सके।इस मौके पर संस्था के कार्यसमिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे और सभी ने धन्यवाद व्यक्त किया।