महिला काव्य मंच पंचकूला इकाई की सबरंग गोष्ठी
श्री नरेश नाज़ द्वारा स्थापित महिला काव्य मंच (रजि. ) की पंचकूला इकाई सबरंग गोष्ठी का आयोजन 18/03/2023 वार शनिवार को किया। श्रीमती गरिमा गर्ग जी की अध्यक्षता में एवं सुनीता गर्ग ( अध्यक्ष ट्राइसिटी) के सानिध्य में यह मासिक काव्य गोष्ठी संपन्न हुई।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन वह मां शारदे को पुष्प अर्पण कर श्रीमती रेणु अब्बी’रेणू’ जी द्वारा सरस्वती वंदना के साथ हुआ। पंचकूला की महासचिव श्रीमती मोनिका कटारिया ‘मीनू’ ने काव्य गोष्ठी का संचालन कुशलतापूर्वक किया। सभी कलाकारों ने शब्द रूप पुष्प मां शारदे के चरणों में अर्पित किए।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष चंडीगढ़ श्रीमती संगीता कुंदरा ने गज़ल प्रस्तुति.. हो गई मोहब्बत हमें ज़रा ज़रा ,अब तो लोगों से नज़र बचाने लगे.. आ.जसविंदर जी ने इंद्रधनुष के रंग ,ट्राइसिटी अध्यक्ष सुनीता गर्ग जी ने गुलाल रंग लगाकर उन्हें भिगो दूंगी ,खिलेगा और भी उनका निखार होली में। आभा मुकेश साहनी जी ने अपनी भावनात्मक रचना ‘मां’कभी नर्म धूप कभी ठंडी छांव ,आ.रेखा मित्तल बसंत में पतझड़ , अध्यक्षा पंचकूला आ.गरिमा गर्ग फूल पत्तों से महकती रहे धरा, बचाव के लिए कदम बढ़ाना चाहिए। आ. अंजू ग्रोवर शानदार ग़ज़ल मेहनत नाल ही फल मिलेगा ,आज नहीं तो कल मिलेगा। आ.उषा गर्ग जी ने कहानी ” पतिव्रता की अग्नि परीक्षा”प्रस्तुत की।आ.सरोज चोपड़ा जी ने’अपनी पहचान’ सुंदर रचना आ.कृष्णा गोयल जी छंदों में रचना प्रस्तुत की। आ.रेखा मित्तल जी बसंत में पतझड़,आ.अचला डिंगले जी ने ‘बचपन’ आ.मोहनी सचदेवा जी की’यादें ‘ , मोहाली इकाई के अध्यक्ष आ.दिलप्रीत ने जिंदगी के दो सत्य मौत और दोस्त बताएं , आ.संतोष गर्ग जी ने अकेलेपन को दर्शाया, आ.मोनिका कटारिया ने कुछ इस तरह कहा मैं मोमबत्ती उजाला करते-करते विलीन हो गई। उपाध्यक्ष पंचकूला रेणु अब्बी’रेणू’ने मैं नारी हूं मैं दुर्गा हूं शक्ति की मूरत हूं, मैं हर दिल की मुस्कान चाहत की सूरत हूं…
महिला काव्य मंच पर सभी सखियों ने कार्यक्रम को रंगों से सरोवार किया अपनी शानदार रचना प्रस्तुत कर कार्यक्रम को सफल बनाया। अध्यक्ष गरिमा गर्ग एवं ट्राइसिटी अध्यक्ष सुनीता गर्ग जी ने सभी की रचनाओं की बहुत सराहना की ।महिला काव्य मंच पंचकूला उपाध्यक्ष रेणु अब्बी’रेणू’ जी ने सब का धन्यवाद किया।