नशा मुक्त भारत अभियान के तहत चंडीगढ़ के सेक्टर-46 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज के विक्ट्री अगेंस्ट ड्रग एब्यूज (वाडा) क्लब ने ‘रिक्रिएशनल ड्रग्स लाभ से ज्यादा नुकसान कैसे पहुंचाते हैं?’ (How Recreational Drugs Do More Harm Than Good?) विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. आभा सुदर्शन ने चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मोहित वर्मा का स्वागत किया। डॉ. सुदर्शन ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम वैश्विक नशीली दवाओं की समस्या के बारे में जागरूकता फैलाते हैं और समाज में प्रचलित ड्रग्स के सामाजिक खतरे का मुकाबला करने में मदद करते हैं। डॉ. मोहित वर्मा ने आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली मनोरंजक दवाओं के नुकसान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी समस्याएं अपने माता-पिता और शिक्षकों के साथ साझा करनी चाहिए। उन्होंने व्यायाम और शारीरिक गतिविधि के महत्व के बारे में बात की। डीन डॉ. राजेश कुमार और वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह ने विक्ट्री अगेंस्ट ड्रग एब्यूज (वाडा) क्लब के संयोजक श्री रिपन ग्रोवर के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर सुश्री पूजा सरीन, डॉ. अरविंदर सिंह और आशीष राजपूत उपस्थित थे।
पर्यावरण अध्ययन विभाग ने पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, 46 की “धारिणी” पर्यावरण जागरूकता सोसायटी के सहयोग से विश्व आर्द्रभूमि दिवस (World Wetlands Day) मनाया। यह दिन अद्वितीय पारिस्थितिक तंत्र, आर्द्रभूमि के मूल्य और लाभों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन, एक इंट्रा-कॉलेज क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। कला, कंप्यूटर विज्ञान और वाणिज्य की विभिन्न धाराओं के छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया। प्रारंभिक दौर में दो छात्रों की लगभग 20 टीमों ने भाग लिया और अंतिम प्रश्नोत्तरी के लिए केवल 5 उच्चतम स्कोरिंग टीमों का चयन किया गया। अंतिम क्विज ऑडियो-विज़ुअल के साथ-साथ एमसीक्यू आधारित राउंड के साथ एक रोमांचक तीन राउंड क्विज़ था। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ आभा सुदर्शन ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और अद्वितीय पारिस्थितिक तंत्र के मूल्य को समझने और स्वीकार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ. राजेश कुमार और वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन डॉ रितु सरसोह ने किया था।
इससे पहले दिन में भूगोल विभाग ने छात्रों द्वारा बनाए गए पोस्टरों को प्रदर्शित करके विश्व आर्द्रभूमि दिवस (World Wetlands Day ) मनाया।