Chandigarh October 21, 2022
आजदिनांक21 अक्टूबरकोपंजाबविश्वविद्यालय के संस्कृतविभागद्वारादीपावलीकेउपलक्ष्यमें‘दीपोत्सवः’ कार्यक्रमकासफलतापूर्वकआयोजनकियागया।इसअवसरपरप्रो. वी. केअलंकारनेउपस्थितसभीमहानुभावोंकापुष्पमालाओं से सम्मानकरतेहुएदीपावलीकोप्रकाशपर्वकेरूपमेंमनानेकासन्देशदिया।दीपोत्सवकेअन्तर्गतसंवाद, परिचर्चा, संगीत, नृत्यकला, रंगोलीतथाहस्तकलाकाआयोजनकियागया।इसअवसरपर मुख्य अतिथिडॉ. सुरेन्द्रआचार्यद्वारासंस्कृतकीमानवजीवनमेंउपयोगिता, शब्दकेमाहात्म्यआदिविषयोंपरचर्चाकीगई।विशिष्टअतिथिकेरूपमेंउपस्थितडॉ. सुषमाअलंकारएवंडॉ. सीमाकंवरनेभारतीयपर्वोंकीमानवीयदृष्टिपरअपनेविचाररखे।विभागीयअध्यापकोंडॉ. विक्रम, सत्यन्शर्मा, विजयभारद्वाजनेभीअपनेविचारसाँझाकिए।विभागाध्यक्ष प्रो. वी. केअलंकारनेइसत्यौहारकेऐतिहासिकमहत्त्वकावर्णनकरतेहुएतत्सम्बन्धी परम्पराओं कोसमाजमेंसर्वदाजीवन्तरखनेकेलिएप्रयासरतरहनेकाजीवनोपयोगीसन्देशदिया।विजेताछात्रोंकोपुरस्कृतकियागया।दीपोत्सवसेपूर्व श्रीमन्त शंकरदेवचेयरकीओरसेसंस्कृतविभागमेंहीएकविशेषव्याख्यानकियागया।मुख्यवक्ताप्रो. वी. के. अलंकारनेभारतीयएकतामेंसन्तोंकीभूमिका(श्रीमन्तशंकरदेवकेविशेषसन्दर्भमें) विषयपरभारतीयसन्तपरम्पराकाव्यापकपरिचय देते हुए श्रीमन्त शंकरदेव के योगदान पर अनेक जानकारियाँ दीं।
पुरस्कार –
रंगोली प्रतियोगिता –
प्रथम –मानवी, द्वितीय– अंजलि, तृतीय –प्रियांशु, सान्त्वना– मैना
हस्तकला प्रतियोगिता–
प्रथम –मानवी, द्वितीय– प्रियांशु, तृतीय –सीमा, सान्त्वना– वैष्णो
काव्यपाठ प्रतियोगिता–
प्रथम –नरेश, द्वितीय– वसुन्धरा, तृतीय –वैष्णो, सान्त्वना– मैना, शिवानी