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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

जून में चौथी लहर के बारे में आईआईटी, कानपुर की स्टडी साइंस पर नहीं आधारित : डॉ. रवि गोडसे

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जून में चौथी लहर के बारे में आईआईटी, कानपुर की स्टडी साइंस पर नहीं आधारित : डॉ. रवि गोडसे
डॉ. गोडसे के मुताबिक, ओमिक्रोन भारत के लिए हुआ बूस्टर साबित; डरने की कोई बात नहीं है, अब भारत को सब कुछ जल्दी से खोल देना चाहिए, ताकि भारत विश्व की नम्बर वन मैन्युफैक्चरिंग पॉवर हो सके

चण्डीगढ़ : आईआईटी, कानपुर की स्टडी के मुताबिक जून में कोरोना की चौथी लहर दस्तक दे सकती है, आजकल खूब चर्चा में है। इससे हर कोई सहमा हुआ है व फिर से भांति-भांति की अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है। इस स्टडी को लेकर यूएसए से विश्व प्रसिद्ध मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. रवि गोडसे व चंडीगढ़ के लाइफस्टाइल स्पेशलिस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर एचके खरबंदा के बीच लाइव सेशन के दौरान विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। डॉक्टर गोडसे ने बताया कि भारत में तीसरी लहर तो आई ही नहीं। हमारा स्टेटिस्टिकल टेस्ट सिर्फ यही है कि दिसम्बर ’21 में आपके कितने जानकारों को मुश्किलें आईं। इसे लहर नहीं कहते। डॉ. रवि गोडसे के मुताबिक केस बढ़ने से लहर तब तक नहीं आती, जब तक कि ऑक्सीजन या बेड की कमी न हो। डॉ. रवि गोडसे के मुताबिक उनके कहने का अभिप्राय यह है कि जब तीसरी लहर भारत में आई ही नहीं तो चौथी कहां से आएगी? डॉ. रवि गोडसे ने इस लाइव सैशन में कहा कि हम स्टेटिक्स एक्सपर्ट का सम्मान करते है लेकिन यह लहरें गिनना स्टैटिसटिक्स और मैथमेटिशियन का काम नहीं है। इसे साइंटिस्ट और विशेषज्ञ तक ही रहने दें। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को ओरिजनल कोविड हुआ था उन्हें डेल्टा नहीं हुआ, जिनको डेल्टा हुआ था, उन्हें दोबारा डेल्टा नहीं होगा। इसीलिए बाद में जब ओमिक्रोन आया व यह बदला हुआ था और इसीलिए जिन्होंने 2 डोज ली थी व जिन्हें डेल्टा  हुआ था उन्हें भीओमिक्रोन ही हुआ। उनके अनुसार भारतवर्ष में लगभग सभी को ओमिक्रोन हो चुका है और अब ओमिक्रोन का कोई भी सब वैरिएंट आएगा तो वो भी ऐसा ही होगा व सीरियस नहीं होगा। अब वेव या केस गिनने का कोई फायदा नहीं है।

उन्होंने आखिर में कहा कि 18 से 65 वर्ष की उम्र में यदि किसी ने दो वेक्सीन लगवाई हुई हैं, तो वे बूस्टर लगवाएं या न लगवाएं, कोई ज्यादा अंतर नहीं होगा। लेकिन यदि आप की उम्र 65 से ऊपर है या आपको कोमोरबिडिटीज, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज या  कैंसर है तो बूस्टर अवश्य लगवा लें।
IIT Kanpur study about fourth wave in June is not based on science: Dr. Ravi Godse
According to Dr. Godse, Omicron proved to be a booster for India; 
There is nothing to fear, now India should open everything quickly, so that India can be the number one manufacturing power in the world.
Chandigarh : A study by IIT, Kanpur, students about the fourth wave of Corona hitting the country in June is spreading like fire. Everyone is shocked about this study, and this rumour is spreading like a wild fire. This study was discussed in detail during the live session between Dr. Ravi Godse, a world-renowned medicine expert from USA, and Lifestyle Specialist Ex Assistant Professor Dr. HK Kharbanda from Chandigarh. Doctor Godse said that there was no  third wave  in India. Our statistical test is just how many of your known experienced difficulties in December ’21. Don’t call it a wave. According to Dr. Ravi Godse, the wave is defined  when there is a shortage of oxygen or beds owing to serious patients .  Godse said that when the third wave has not come in India, then where will the fourth wave come from? Dr. Ravi Godse said in this live session that we respect statistics experts but it is not the work of statisticians and mathematicians to count the waves. Leave it to the scientist and the expert only. He said that those who had original Covid did not get delta, those who had delta, they did not suffer with delta again. That’s why later when Omicron came and it was mutated and that’s why those who took 2 doses and those who had delta also got Omicron. According to him, almost everyone in India has got Omicron and now if any sub variant of Omicron comes, it will also be the same and will not cause serious disease. Now there is no use to count wave or case.
In the end, he said that if someone has got two vaccines at the age of 18 to 65, then whether they get a booster or not, there will not be much difference. But if you are above 65 years of age or have comorbidities, blood pressure and diabetes or cancer, then definitely get a booster.