देश की राजधानी दिल्ली जहाँ बहुत से लोग कोविड के दौरान उत्पन्न हुए संकटों से निपटने के लिए एक दूसरे का साथ देने के लिए आगे आए हैं और ऐसा करके जैसे दिल्ली वालों को कहा ही जाता है दिल्ली दिल वालों की साबित कर रहे हैं.! लोग अपने बड़े दिल होने का परिचय देते हुए दूसरों की सहायता करने की इच्छा दिखा रहे हैं। एक ऐसा ही उदहारण है, जहाँ चार दोस्तों ने एक साथ आकर “कुछ अच्छा करो ना”( डू समथिंग गुड) नाम से एक समूह बनाया जो इस संकट के दौरान दिल्ली एनसीआर में चर्चित हो रहा है !
जिसके संस्थापकों में से एक , हरप्रीत के. गुप्ता (प्रशिक्षक, हीलर एवं उद्यमी ट्रेनर,एंटरप्रेन्योर)कहते हैं कि जब मैंने देखा मेरे आस पास बहुत से लोग मदद के लिए संघर्ष कर रहें हैं ऐसे में अफवाहों के बढ़ते प्रसार को देखते हुए अपने तीन और दोस्तों के साथ मिलकर सत्यापित जानकारियां जुटा कर लोगों तक पहुँचाना शुरू किया जिससे लोगों को भावनात्मक रूप से मजबूती प्रदान करने की पहल की ओर हमने कदम बढ़ाये।
चार दोस्तों से शुरू हुई मदद बहुत ही कम समय में सत्तर लोगों का समूह बन गया जिसमें स्वयंसेवक समूह लोगों को तरह- तरह के व्यायाम सत्र प्रदान कर रहे हैं जो सभी के लिए निशुल्क उपलब्ध करवाए जातें हैं इन सत्रों में श्वास सम्बन्धी व्यायाम, हास्य योग ध्यान, और चिकित्सा की अन्य पद्धतियों द्वारा दैनिक सत्र प्रदान किये जाते हैं!
वालिंटियर जानकारी के सत्यापन, अस्पताल के बिस्तर, चिकित्सा आपूर्ति, ऑक्सीजन, एम्बुलेंस और नर्सों की उपलब्धता की जानकारी जुटाना जैसे काम करते हैं, जरूरतमंद रोगियों के लिए घर पर बनाये भोजन को उनके घर तक पहुँचाने की पूरी व्यवस्था करते हैं!
50 से अधिक स्वयंसेवक परामर्शदाताओं की मदद से रोगियों और उनके परिवारों के लिए नि:शुल्क परामर्श की व्यवस्था में जुटे रहते हैं, वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा जागरूकता और प्रश्नोत्तर सत्र की व्यवस्था की जा रही है जहाँ कोविड से संबंधित प्रश्नों के जवाब दिए जाते हैं यह सब इसलिए किया जा रहा है , क्योंकि आज भीं बड़ी संख्या में रोगियों की पहुँच अस्पतालों तक नहीं हो पा रही है !
डॉ सुचित्रा जैन (वरिष्ठ सलाहकार और क्लिनिकल एडमिनिस्ट्रेटर माइक्रोबायोलॉजी, मैक्स हॉस्पिटल, पड़पड़गंज ) इस परियोजना की संरचना को सुचारुरूप से आगे ले जाने में सराहनीय योगदान दिया है वे इस संकट के दौर में आशंकाओं को दूर करने के लिए सटीक जानकारी के लिए सर्वोत्तम डॉक्टरों को संगठित करने का अथक प्रयास कर रही हैं।
हरप्रीत के. गुप्ता कहते हैं “हमारा उद्देश्य सही जानकारी के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना,अपवाहों को रोकना, सही समय पर सही संसाधन लोगों तक पहुँचाने में लोगों की हर संभव मदद करना है, और साथ ही प्लाज्मा दान करने के लिए एक अभियान है – मूल रूप से यह एक ऐसी दुनिया है जो सुलभ, सुविधा और अनुग्रह के साथ सभी के लिए काम करती है,”! वे उन सभी का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस नेक काम में उनकी मदद की ! साथ ही लोगों द्वारा भेजे गए प्राप्त शुक्रिया संदेशों और कॉल्स आने पर खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं!
गुप्ता जी ने यह भी कहा कि हमें लगता है कि देश और लोगों की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं है, हमारी भी है इसलिए, हम अपना काम कर रहे हैं और हम देश भर के लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे कम से कम एक कदम उठाएँ और देश के लोगों की मदद करने की कोशिश करें स्वयं आगे बढ़ें किसी दूसरे की सहायता की प्रतीक्षा न करें। अपने साथ -साथ दूसरों की मदद का प्रयास करने की कोशिश करें हमारे पास स्वयंसेवक हैं जो कोविड दौरान काम कर रहे हैं जो खुद को, अपने परिवार को और दूसरों की सहायता करने की इस पहल का हिस्सा बन रहे हैं। वे असली नायक हैं। हम अपने कुछ अच्छा करो ना टीम के साथ साथ उन सभी को सलाम करते हैं जो दूसरों की सहायता कर रहे हैं और हमारे देश को योगदान देने की इच्छा के साथ जीने के लिए एक बेहतर जगह बना रहे हैं। इनमें से प्रत्येक व्यक्ति भगवान का कार्य कर रहा है। आइये साथ मिलकर सभी के लिए भय का अंत कर शांत और रोगमुक्त समाज का निर्माण करें !!
हरप्रीत के. गुप्ता!