प्रैस विज्ञप्ति
चंडीगढ़, 25 अगस्त 2020
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भाजपा जजपा सरकार और उससे पूर्व राज्य की भाजपा सरकार के घोटालों को नंगा करने का बीड़ा उठाया है। आज चण्डीगढ़ में हरियाणा विधायक दल की बैठक में भाग लेने के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए उन्होनें कहा कि पहले इन घपलों को सदन से बाहर उठाया गया था और अब इन्हें सदन के अन्दर उठाया जाऐगा।
बरोदा उपचुनाव के बारे में कुमारी सैलजा ने कहा कि जनता इस सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है और इस उपचुनाव में जनता सरकार को आईना दिखाएगी।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग से पहले कुछ कांग्रेस नेताओं के चिट्ठी लिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गाँधी ने विशाल ह्रदय का परिचय देते हुए इन सब बातों को भुलाते हुए सभी नेताओं से पार्टी के लिए एकजुट होने का आहवाहन किया है। उन्होनें कहा कि पार्टी ने सभी नेताओं को पूरा मान सम्मान दिया है और कोई भी नेता पार्टी से उपर नहीं हो सकता, सभी को मिलकर पार्टी की मजबूती के लिए काम करना चाहिए। कुमारी सैलजा ने कहा कि सोनिया गाँधी जी ने पार्टी को कुशल नेतृत्व दिया है और साथ ही श्री राहुल गाँधी जी ने इस सरकार की नाकामियों को जिस तरह से उठाया है वो पूरी दुनिया देख रही है। कोरोना से निपटने कि बात हो, गिरती अर्थव्यवस्था की बात या चीन का मुद्दा हो, राहुल जी ने सभी मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया है।
कभी खुशहाल रहने वाला हरियाणा प्रदेश आज बेहद ही भयावह स्थिति से गुजर रहा है। जनता से विश्वासघात कर बनाई गई हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हो चुकी है। हरियाणा प्रदेश में विकास और सुशासन औंधे मुंह गिर चुका है। घोटालों और भ्रष्टाचार से हरियाणा प्रदेश को जमकर लूटा जा रहा है। इस सरकार की पहचान घोटालों, भ्रष्टाचार और विफल सरकार की बन चुकी है।
हरियाणा प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। प्रदेश की कानून पूरी तरह से चरमरा चुकी है। नए-नए तुगलकी फरमान जारी कर यह सरकार पहले ही तंगहाल व्यापारियों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। केंद्र सरकार के कृषि से जुड़े तीन नए अध्यादेश पूरी तरह से किसान-व्यापारी विरोधी हैं। इनका कांग्रेस पार्टी द्वारा हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। SYL पर हरियाणा का हक है और एसवाईएल पर हरियाणा प्रदेश के अधिकार पर सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी मुहर लगाई है। हमें उम्मीद है कि हरियाणा का हक़ उसे जल्द ही मिलेगा।
सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। कोरोना संक्रमण के मामले हरियाणा प्रदेश में 50 हजार की संख्या को पार कर चुके हैं। प्रदेश में कोरोना से 600 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यह बेहद ही शर्मनाक हैं कि अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना योद्धा लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन सरकार के द्वारा इनके साथ अन्याय किया जा रहा है।आज कोरोना योद्धा प्रदेश में अपने हकों के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। आशा वर्कर और अन्य कोरोना योद्धा आज मजबूरन आंदोलन करने को मजबूर हैं।
हरियाणा प्रदेश में बेरोजगारी पूरे देश में सर्वाधिक हो चुकी है। CMIE के ताजा आंकड़ों के अनुसार हरियाणा प्रदेश की बेरोजगारी दर 24.5% के साथ पूरे देश में सबसे अधिक है। जबकि हमारे देश की बेरोजगारी दर इस समय 8.2% है। इससे हरियाणा प्रदेश में बेरोजगारी के भयावह हालातों का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
कांग्रेस शासनकाल में जो छोटे-बड़े उद्योग हरियाणा प्रदेश में स्थापित हुए। इस सरकार के नाकारापन के कारण वह प्रदेश से पलायन कर रहे हैं या बंद हो रहे हैं, जिससे हजारों लोगों का बेरोजगार छिन चुका है और छिनने जा रहा है।
बेरोजगारी के ऐसे भयावह माहौल में नई नौकरियां देने की बजाय हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार साजिश के तहत सरकारी नौकरी की भर्तियों को लटका रही है या खत्म कर रही है। हरियाणा में एचटेट पास 90 हजार उम्मीदवारों की वैधता खत्म हो गई। हरियाणा सरकार ने साजिश के तहत अपने 6 वर्षों के कार्यकाल में जेबीटी की कोई भी भर्ती निकाली ही नहीं। जिसके कारण इन 90 हजार एचटेट पास उम्मीदवारों में से एक भी उम्मीदवार की भर्ती नहीं हो पाई। अब इन्हें दोबारा से एचटेट पास करना होगा और इनमें से हजारों की संख्या में तो ऐसे उम्मीदवार हैं जो पात्रता परीक्षा नहीं दे पाएंगे, क्योंकि इनकी आयु सीमा निकल चुकी है। प्राइवेट सेक्टर में स्थानीय युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण का ढोंग पीटने वाली इस सरकार के रोजगार विरोधी और युवा विरोधी चेहरे का पर्दाफाश हो चुका है।
इस सरकार के राज में हरियाणा प्रदेश के व्यापारी भी तंगहाली स्थिति में पहुंच चुके हैं। पहले ही मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को कोरोना महामारी के बीच लगाए गए अनियोजित लॉकडाउन की वजह से खासा नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं अब सरकार बार-बार तुगलकी फरमान जारी कर व्यापारियों को परेशान कर रही है। अभी हाल ही में सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की आड़ में शनिवार और रविवार को दुकानें और कार्यालय बंद करने का फैसला पूरी तरह से व्यापारी विरोधी है। एक तरफ सरकार व्यापारी-दुकानदार का रोजगार चौपट करवा कर रही है, वहीं दूसरी ओर शराब के ठेके खोलने की अनुमति देना इस सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर करता है।
हरियाणा में कोरोना महामारी को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन के बीच शराब घोटाले में सैंकड़ों-हजारों करोड़ की शराब बिक्री व तस्करी की परतें लगातार खुल रही हैं। इस घोटाले में शराब माफिया के तार सीधे-सीधे उच्च पदों पर बैठे राजनीतिज्ञों तथा आला अधिकारियों से जुड़े हैं। सरकार द्वारा इस घोटाले को दबाने के भरकस प्रयास किए जा रहे हैं।
इनके अलावा भी बीते 6 वर्षों के दौरान इस सरकार में कई घोटाले हुए हैं।
धान खरीद घोटाला
अरावली भूमि उपयोग घोटाला
खनन घोटाला
रोडवेज किलोमीटर योजना घोटाला
एचएसएससी भर्ती घोटाला
एससी छात्रवृत्ति योजना घोटाला
बिजली मीटर घोटाला
चावल घोटाला
इनके साथ ही इस सरकार में हुए घोटालों की लंबी लिस्ट है।
प्रदेश में ऐसे समाचार आते हैं कि सरकार द्वारा स्कूलों को बंद करने की तैयारी की जा रही हैं। अभी हाल ही में फैसला आया कि प्रदेश के 429 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 11वीं व 12वीं कक्षा की साइंस स्ट्रीम को बंद किया जा रहा है। यह सरकार विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने की बजाय उन्हें परेशान कर रही है। सरकार के ऐसे फैसलों से कैसे हमारे बच्चे अच्छी शिक्षा की ओर अग्रसर होंगे।