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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

हल्दी में कोविड-19 से लड़ने वाले 2 नेचुरल कंपाउंड मिले, पंजाब के प्रोफेसर की खोज लंदन के रिसर्च जरनल में पब्लिश

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  • सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब के प्रोफेसर डॉ. शशांक कुमार और उनकी टीम को मिली सफलता
  • जाब के स्कूल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड सांइसेस के असिस्टेंट प्रोफेसर शशांक कुमार और उनकी 6 सदस्यीय टीम रिसर्च की

दैनिक भास्कर

Jun 03, 2020, 08:45 AM IST

बठिंडा. (दिनेश बस्सी) सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब के स्कूल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड सांइसेस के डिपार्टमेंट ऑफ बॉयोकेमिस्ट्री विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर शशांक कुमार और उनकी 6 सदस्यीय टीम ने हल्दी पर रिसर्च की।

रिसर्च में टीम ने हल्दी के 270 कंपाउंड पर की गई स्टडी में दो ऐसे नेचुरल कंपाउंड ढूंढ निकाले हैं, जो प्रभावी एंटी कोविड-19 ड्रग हो सकते हैं। विश्व कल्याण के लिए की गई इस नई साइंटिफिक रिसर्च को लंदन के टेलर एंड फ्रांसिस ग्रुप के रिसर्च जरनल बॉयोमालिक्यूलर स्ट्रक्चर एंड डाॅयनॉमिक्स ने स्वीकृति देते हुए इसे ऑनलाइन पब्लिश किया है।

इसके अलावा ये देसी रिसर्च आने वाले कुछ माह में पूरे विश्व में पब्लिश होगी। इस अहम खोज के लिए उन्होंने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. आरके कोहली के साथ रिसर्च टीम का भी आभार जताया है। दरअसल, कोरोना वायरस को एंटी डोज बनाने के लिए दुनिया भर के साइंटिस्ट लगे हुए हैं। लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली थी।

हल्दी के टेट्राहाइड्रोकरक्यूमिन और संबंधित यौगिक प्रभावी कंपाउंड

डॉ. शशांक कुमार ने बताया कि कोविड-19 अत्यधिक संक्रामक वायरस है। इसमें सांस की बीमारी, आंतों के संक्रमण, दिल व गुर्दे फेल होने से मौतों होती हैं। पूरे विश्व में मई 2020 तक 3.23 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

टीम ने करीब ढाई माह तक दिन रात रिसर्च की। रिसर्च के अनुसार हल्दी में मौजूद फाइटोकेमिकल्स (टेट्राहाइड्रोकरक्यूमिन और संबंधित यौगिक) कोविड-19 पर प्रभावी ड्रग हो सकते हैं। प्रयोगशाला में पाए गए नेचुरल यौगिकों पर ड्रग के लिए आगे और रिसर्च की आवश्यकता है।

इस रिसर्च में उनके साथ टीम में केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी, क्लीवीलैंड अमेरिका के प्रो. संजय गुप्ता व सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब के डॉ. सभ्यासाची सेनापति व रिसर्च स्कॉलर अतुल कुमार सिंह, प्रेम प्रकाश कुशवाहा, सुनीता कुमारी और मुहम्मद शोएब शामिल हैं।

हल्दी पहले भी कई वायरसों पर रह चुकी प्रभावी, इसलिए चुना  

डाॅ. शशांक कुमार ने बताया कि चिकनगुनिया, इबोला, इन्फ्लूएंजा आदि पर हल्दी पहले भी प्रभावी पाई गई है। हल्दी में 270 कंपाउंड को चेक करने पर दो कंपाउंड टेट्राहाइड्रोकरक्यूमिन और संबंधित यौगिक सबसे प्रभावी मिले हैं। कोविड-19 वायरस के लिए ड्रग डिस्कवरी में लोपिनाविर पर चीन व अमेरिका में टेस्ट चल रहे हैं।