दैनिक भास्कर
May 12, 2020, 08:21 AM IST
पानीपत. साल 2016 में अनियमितताएं मिलने पर सील किए गए शराब गोदाम से 4500 पेटियां चोरी करने के मामले में पुलिस ने पुलिस के सिपाही और पार्टनर समेत 6 लोग गिरफ्तार किए हैं। लॉकडाउन में ठेके बंद थे। इसलिए पैसे कमाने के लिए आरोपियों ने सील गोदाम से 4500 पेटियां चुराई थी। ताकि महंगे दाम सकें। समालखा के एल-1गोदाम में 28 अप्रैल कोे एक्साइज विभाग ने एईटीओ राजेश रोहिल्ला ने गोदाम में जांच की तो पिछला शटर टूटा मिला था। उन्होंने समालखा थाने में शराब चोरी का केस दर्ज कराया था। 2018 में भी इसी गोदाम से चोरी हुई थी। जेल से छूटा आरोपी भी गैंग में था। एसपी मनीषा चौधरी ने कहा कि जो भी तस्करी में जुड़ा हो, उसको बख्शा नहीं जाएगा।
और भी लोगों के नाम सामने आए : सीआईए-2 इंचार्ज दीपक कुमार ने बताया कि रविवार शाम को सूचना मिली कि समालखा में सील गोदाम से शराब चोरी करने वाले 3 आरोपी गोहाना रोड पर डाहर बाइपास के पास घूम रहे हैं। टीम ने हरियाणा पुलिस के सिपाही रोहतक के धामड़ निवासी अजमेर उर्फ मोनू पुत्र आनन्द, सोनीपत के कथूरा गांव निवासी रजनीश पुत्र शमशेर और झज्जर के मांडौठी गांव निवासी दीपक उर्फ टाचवा पुत्र रमेश को अरेस्ट किया। आरोपियों की निशानदेही पर जागसी निवासी सुधीर पुत्र प्रेम, बली कुतबपुर निवासी सोमबीर उर्फ सीमा पुत्र धूपसिंह और सोनीपत के शामड़ी गांव निवासी ईश्वर पुत्र सूरजमल को सेक्टर 11-12 से अरेस्ट किया। ये गोदाम से 4500 पेटी शराब चोरी कर चुके हैं। ईश्वर 4 दिन की पुलिस रिमांड पर है। बाकी जेल भेज दिए ।
चोरी की शराब ले जा रहे थे, पुलिस देखकर कार छोड़कर भागे थे : सिपाही अजमेर, रजनीश और दीपक 24 अप्रैल की रात को गोदाम से शराब चुरा दीपक की स्विफ्ट कार में ले जा रहे थे। पुलिस की गाड़ी ने उनका पीछा किया तो आरोपी भोड़वाल माजरी के पास खेतों में कार छोड़कर भाग गए। कार से 20 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई थी।
शराब घोटले में एक्साइज विभाग की अफसरों की शामिल होने की आशंका : इस पूरे प्रकरण में एक्साइज विभाग के अफसरों के भी शामिल होने की आशंका है। मामला सामने आने और सरकार की सख्ती के कारण सारे अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। कोई भी यह बताने को तैयार नहीं है कि चोरी हुई शराब की कीमत क्या है। जब एक एईटीओ से इसकी जानकारी और शराब की कीमत के बारे में पूछा गया तो वे सारा मामला गोलमोल कर गए।