- पंजाबी यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग के स्कॉलरों ने स्ट्रेस पर शुरू की रिसर्च
दैनिक भास्कर
May 02, 2020, 05:09 AM IST
पटियाला. लॉकडाउन में लोगो पर बढ़ रहे स्ट्रैस को लेकर पंजाबी यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनदीप कौर और रिसर्च स्कॉलर जसमीन कौर ने रिसर्च शुरू कर दी है, यह रिसर्च दो प्रकार की कैटेगरी में है। जिसमें जो लोग वर्क टू होम काम कर रहे उनका स्ट्रैस कैसा है और जो लोग घर में फ्री हैं उन पर स्ट्रेस कैसा है। पीयू की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनदीप कौर ने बताया कि अभी रिसर्च चल रही है और एक सप्ताह के अंदर पूरी हो जाएगी और रिसर्च पेपर पब्लिश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस रिसर्च में सामने आया कि जो लोग वर्क टू होम काम कर रहे हैं वह पूरे दिन अपने काम पर ध्यान दे रहे, वह सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफॉर्म पर ध्यान नहीं दे रहे है। उन पर स्ट्रेस कम है। जो लोग पूरी तरह घर पर हैं और फ्री हैं वह पूरा दिन सोशल मीडिया पर हैं उनका स्ट्रेस बहुत ज्यादा है। स्ट्रेस लॉकडाउन के बाद देखने को मिल सकता है।
स्ट्रेस फ्री के लिए सुबह उठकर डीप ब्रीदिंग जरूर करें
एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनदीप कौर ने बताया कि लोग इस समय बेचैनी और स्ट्रेस में हैं। जो लोग सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव हैं उन पर स्ट्रेस ज्यादा है। वह लगातार कोरोना की जानकारी ले रहे हैं। लॉकडाउन के पहले लोग इतने बिजी थे कि वह परिवार के साथ समय नहीं बिता पाते थे। अब वह समय है जब आप एेसा कर सकते हैं। जो लोग बिल्कुल फ्री हैं वह स्ट्रेस दूर करने के लिए सोशल मीडिया से दूर रहें। अगर न्यूज देखना है तो सुबह शाम देखें। सुबह उठकर डीप ब्रीदिंग जरूर करें, स्ट्रेस दूर करने में मदद मिलेगी। योगा के साथ दूसरी एक्टिविटी कर सकते हैं, जिससे आपको इस लॉकडाउन में फायदा मिल सकता है।
निगेटिविटी को छोड़ें और हमेशा पॉजिटिव रहे
रिसर्च स्कॉलर जैसमीन ने बताया कि लॉकडाउन के समय लोग निगेटिव सोच न रखें। हमेशा पॉजिटिव रहें। अपने अंदर झांके कि लॉकडाउन के समय वह क्या बेहतर कर सकते हैं। बच्चों के साथ समय बिताएं। उन्होंने बताया कि यह टाइम निकल जाएगा और लोग घर में रहें।