दैनिक भास्कर
Apr 23, 2020, 05:00 AM IST
मोहाली. सरहंद के गांव साधोमाजरा में रहने वाली एक 22 साल की मानसिक रूप से बीमार महिला बिना किसी को बताए घर से कहीं चली गई और उसके पति व ससुराल के किसी सदस्य को इस बात का पता ही नहीं चला। यह महिला तीन दिनों बाद फेज-9 स्थित पीसीए स्टेडियम के पास पुलिस मुलाजिमों को घूमती मिली। मुलाजिमों ने इससे कर्फ्यू में घूमने का कारण पूछा तो यह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इसकी हालत से पता लगा रहा था कि यह मानसिक रूप से बीमार है, जिसके बाद जिले की टैम्प्रेरी जेल में तैनात मुलाजिमों ने इसकी जानकारी फेज-8 पुलिस स्टेशन में दी। मामला एडिशनल एसएचओ कम सब-इंस्पेक्टर अमनदीप कौर तक पहुंचा तो वह तुरंत मौके पर जाकर इस महिला को अपने साथ पुलिस स्टेशन ले आए।
बाल कटे हुए थे, कुछ भी बताने में असमर्थ थी
इस पीड़िता से सब-इंस्पेक्टर अमनदीप कौर नाम पूछती रही, लेकिन न तो यह नाम बता पा रही थी और न घर का पता। यह तो साफ हो गया था कि यह बीमार है और गलती से घर से बाहर आ गई है। लेकिन यह साफ नहीं हो पा रहा था कि यह महिला है कहां की और इसके घरवालों का कैसे पता लगाया जाए। सबसे पहले अमनदीप कौर ने इस महिला को खाना खिलाकर इसकी जांच के लिए फेज-6 सिविल अस्पताल में एडमिट करवाया।
जिले में कहीं पर भी गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं तो मैसेज बनाकर डाला
इस महिला के घर का पता लगाने के लिए पूरे जिले के प्रत्येक थाने व चौकी में यह जांच की गई कि कहीं पर किसी महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट तो दर्ज नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं था। सब-इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने सारा महिला का डिस्क्रिप्शन और उसकी फोटो बनाकर अपने डिपार्टमेंट के व्हॉसएप ग्रुप में शेयर किया। यही मैसेज फतेहगढ़ साहब पुलिस के पास गया और वहां किसी ने इस महिला का पहचान कर उसके घरवालों से संपर्क किया।
जिसके बाद सब-इंस्पेक्टर अमनदीप को इस महिला के पति का फोन आया और उसने बताया कि पिछले पांच दिनों से उसकी पत्नी घर से बिना किसी को बताए अपने दो साल के बच्चे को छोड़कर कहीं चली गई थी। जिस पर फतेहगढ़ साहब के आलाअधिकारियों से बात की गई और महिला के घरवालों को मोहाली फेज-8 पुलिस स्टेशन आने की परमिशन दिलवाई गई। घरवाले यहां पंहुचे और अपनी बहु को साथ लेकर गए।
कोविड का टेस्ट आया नेगेटिव
सब-इंस्पेक्टर अमनदीप ने डॉक्टरों से बात कर इसका कोविड का टेस्ट करने के लिए कहा। डॉक्टरों ने सिविल अस्पताल में इस महिला का टेस्ट करने के साथ-साथ इसको एडमिट कर लिया। इसका टेस्ट तो नेगेटिव आया और इसको तीन दिनों तक अस्पताल में इलाज चला। क्योंकि बहुत कमजाेरी आ चुकी थी।