Dainik Bhaskar
Jan 31, 2020, 08:51 PM IST
गैजेट डेस्क. लगातार हो रही मौतों के कारण कोरोनावायरस दुनियाभर में चर्चा का विषय बना गया है। लोग इसके लक्षण और बचने के तरीके जानने के लिए इंटरनेट का सहारा ले रहे हैं। लोगों के इसी डर का फायदा हैकर्स ने उठा रहे हैं।
शुक्रवार को सायबर सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्काय के शोधकर्ताओं ने बताया कि लोगों को वायरस से संबंधित जानकारी और सेफ्टी टिप्स के नाम पर सायबर अपराधी खतरनाक फाइलें यूजर्स के कम्प्यूटर तक पहुंचा कर पर्सनल डेटा चुरा रहे हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने कोरोनावायरस के पीडीएफ, एमपी4 और डॉक्स फाइल में छुपी मेलिशियस फाइलें ढूंढ़ी है।
सायबर क्रिमिनल्स ये दावा कर रहे हैं कि इन फाइल्स में वायरस के बचने के लिए वीडियो निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही इसमें कोरोनावायरस को लेकर लेटेस्ट अपडेट्स और उसकी पहचान करने के तरीके बताए गए हैं। हालांकि कैस्परस्काय के मालवेयर एनालिस्ट एनटॉन इवानॉव ने बताया कि हम ऐसी 10 फाइलें ढूंढ़ी हैं, जिनमें बेहद खतरनाक ट्रोजन वायरस थे। ये यूजर के डेटा को नुकसान पहुंचाने, ब्लॉक करने, मॉडिफाई और कॉपी करने समेत कम्प्यूटर नेटवर्क और ऑपरेशन में बदलाव करने में सक्षम है।
कैस्परस्काय ने अलर्ट किया है कि, मेलिशियस फाइल से बचने के लिए यूजर को ध्यान रखना चाहिए कि वे किसी अनजान या संवेदनशील लिंक पर क्लिक न करें। इससे बचने के लिए लिंक के फाइल एक्सटेंशन पर गौर करें। उन्होंने आगे बताया कि डॉक्यूमेंट या वीडियो कभी भी .exe या .lnk फॉर्मेट की नहीं होती।
गूगल और WHO ने मिलकर लॉन्च की SOS अलर्ट
दुनियाभर के लोग इसके लक्षण और बचाव के तरीके जानने के लिए गूगल की मदद ले रहे हैं। ऐसे में लोगों में अफवाहों से और गलत लिंक के चक्कर में न पड़े इसलिए गूगल ने एसओएस अलर्ट फीचर लॉन्च किया है। इसके जरिए कोरोनावायरस के बारे में सर्च करने पर यूजर सीधे डब्ल्यूएचओ और आधिकारिक सोर्स द्वारा दी गई जानकारी पर पहुंचेगा। इसमें वायरस से जुड़ी सही जानकारी और न्यूज समेत उससे बचाने के तरीके समेत लाइव अपडेट्स शामिल हैं। गूगल ने इसके लिए डब्ल्यूएचओ के साथ साझेदारी की है। हाल ही में गूगल ने ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी।
गूगल ने ट्विटर के जरिए जानकारी दी कि कोई भी यूजर कोरोनावायरस के बारे में गूगल सर्च करेगा, उसे रिजल्ट में डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई जानकारी ही दिखाई देंगी। इसमें वायरस के प्रकोप, खुद को इससे सुरक्षित रखने के तरीके, न्यूज, रिसोर्स समेत डब्ल्यूएचओ ट्विटर पर दी गई लाइव अपडे्स शामिल हैं। इससे न सिर्फ लोगों में कोरोनावायरस के बारे में सही जानकारियां मिलेंगी बल्कि उन्हें गलत लिंक और अफवाहों से दूर रखा जा सकेगा।
WHO ने ग्लोबल इमरजेंसी के घोषणा की
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा कर दी। हालांकि, चीन की यात्रा और किसी भी प्रकार के व्यापार पर रोक नहीं लगाई गई। चीन में कोरोनावायरस से अब तक मृतकों की संख्या 213 तक पहुंच चुकी है। अब तक 9692 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। हुबेई प्रांत में सबसे ज्यादा 204 मौत हुईं और यहां 5806 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई। अभी तक चीन के बाहर करीब 20 देशों में इससे जुड़े मामले सामने आ चुके हैं।