विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में कानूनी सेवाएं सलाहकार समिति के तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर अस्पताल के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। अध्यक्षता चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय दहिया ने की। समिति की ओर से अधिवक्ता सिद्धार्थ त्यागी ने भाग लिया। कार्यक्रम में सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को पावर पॉइंट के माध्यम से एड्स के बारे में जानकारी दी गई।
डॉ. विजय दहिया ने बताया कि एड्स केवल मनुष्य से मनुष्य को हो सकता है, किसी भी जानवर या कीड़े के काटने के कारण किसी व्यक्ति को एचआईवी या एड्स नहीं हो सकता। एचआईवी संक्रमण केवल तीन तरल के माध्यम से फैलता है, खून, मां का दूध या यौन रस। डॉ. दहिया ने बताया कि थूक, बलगम, पसीने, आंसू या शौच के माध्यम से एचआईवी एड्स का संक्रमण नहीं होता। डॉ. दहिया ने कहा कि यदि हमारे आस-पास किसी व्यक्ति को एचआईवी या एड्स हो तो हमें उनके साथ सामान्य व्यवहार करना चाहिए, परन्तु सावधानियों के साथ। अधिवक्ता सिद्धार्थ त्यागी ने कहा कि भारतीय कानून के अनुसार एचआईवी या एड्स से ग्रस्त मरीज के भी विधायी अधिकार हैं। इसके चलते कोई भी अधिकारी अपने कर्मचारी को एचआईवी या एड्स होने के कारण कार्य से निष्कासित नहीं कर सकता। किसी भी व्यक्ति से एचआईवी या एड्स के कारण दुर्व्यवहार नहीं किया जा सकता। इस अवसर पर डॉ. शिवेंद्र सिंह, डॉ. संजना दुआ, डॉ. पुनीत कालड़ा, डॉ. निशा गुरावा, डॉ. शिव कुमार, नर्सिंग सिस्टर निशा, शीतल, सावीत्री, आईसीटीसी सलाहकार सोनाली, दीप चंद, मनोज के साथ-साथ अस्पताल के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।