- फतेहाबाद सिटी थाने में पहुंचे विवाद को सुलझाने में पुलिस के छूटे पसीने
- जिसने कुत्ते के चोरी होने की शिकायत की थी, उसके हक में नहीं आया फैसला, देर तक रोता रहा
Dainik Bhaskar
Nov 14, 2019, 09:09 AM IST
प्रवीन शर्मा, फतेहाबाद. थाने में जमीन जायदाद, मारपीट, चोरी और लूट के मामले आने सामान्य बात है, लेकिन बुधवार को रोटविलर नस्ल के कुत्ते पर दो लोगों ने दावेदारी जताई। थाने में कौन असली और कौन फर्जी मालिक का फैसला करने में पुलिस को भी पसीने आ गए। दो घंटे बहसबाजी के बाद पुलिस ने डॉगी का टेस्ट भी लिया, लेकिन बात नहीं बनी। अंत में पुलिस ने पंचायत के बीच नेम-धर्मी करवाई।
नेम धर्मी के बाद जिसके खिलाफ मौजूदा कुत्ते के मालिक ने शिकायत दी थी, उसने नेम धर्मी उठाते हुए कहा कि कुत्ता उसी का है। सिटी थाना के एसएचओ यादविंद्र सिंह ने बताया कि थाने में एक आईओ के पास ऐसा मामला आया था तो उसने कुत्ते का मालिक का पता लगाने के लिए कुत्ते का टेस्ट भी लिया गया था। अंत में पंचायत में जो नेम-धर्मी हुई, उसमें जो फैसला आया, उसके अनुसार कुत्ते को सौंप दिया गया।
अनिल के पास था डॉगी, प्रवीन बोला- मेरा है
पुलिस के अनुसार, डीएवी स्कूल के पास भोडियाखेड़ा रोड पर रहने वाले अनिल ने पुलिस को शिकायत दी कि 6 दिन पहले काठमंडी निवासी प्रवीन और उसके परिवार के सदस्य उसका रोटविलर डॉग ( घर का नाम डॉलर) को गली से उठाकर ले गए। अनिल ने बताया कि डॉलर उस दौरान गली में घूम रहा था। प्रवीन का दावा था कि 8 महीने पहले उसका डॉग चोरी हो गया था, जो यही है। प्रवीन ने अनिल को डॉग वापस देने से मना कर दिया।
पुलिस ने ऐसे लिया कुत्ते का टेस्ट
आईओ राजेंद्र ने दोनों युवकों को थाने में अलग-अलग बैठा दिया। इसके बाद पुलिस ने कहा कि जिसके पास कुत्ता जाएगा, वही उसका असली मालिक होगा। कुत्ता सूंघता हुआ दोनों युवकों के पास गया। इसके बाद अनिल के पास गया। अनिल ने बैठने को कहा तो वह बैठ गया। वहीं, कमरे में जाने के लिए कहा तो कमरे चला गया। यहां भी पुलिस फैसला नहीं कर पाई।
पीपल की कसम खाने पर प्रवीन को दे दिया डॉगी
डॉगी के टेस्ट के बाद भी जब प्रवीन पक्ष सहमत नहीं हुआ तो अंत में नेम-धर्मी पर बात आ गई, जहां अनिल के कहा कि अगर प्रवीन नेम-धर्मी करता है तो वह कुत्ता ले जा सकता है। वह उसे नहीं रोकेगा। इस पर प्रवीन ने पंचायत के बीच में पीपल के पेड़ को छू कर नेम धर्मी की। इसके बाद डॉगी को प्रवीन लेकर चला गया। इसके बाद शिकायतकर्ता अनिल रो पड़ा। रोते- रोते शिकायतकर्ता ने कहा कि कुत्ता उसी का था।