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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

पंजाबी ऑडियंस गंभीर मुद्दो पर फिल्में देखना नहीं चाहती:बिली कौर लघु फिल्म दाड़ू-29 को रिलाज होगी

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चंडीगढ़,सुनीता शास्त्री। लेखिका और निदे्रशिका बिली कौर कनाडा से चंडीगढ़ लघु फिल्म दाड़ू के प्रमोशन के लिए आई हुइ्र है। इस दौरान पत्रकारो से रूबरू हुई । उन्होंने बताया कि एक लघु फिल्म दाड़ू बिली कौर द्वारा निर्मित,लेखिका और निर्देशित प्रभजोत भंगू द्वारा निर्मित है। फिल्म में नशीली दवाओं के उपयोग के मुख्य मुद्दे भारत में नहीं हैं, बल्कि कनाडा में पंजाबी समुदाय में भी है। यह विश्व स्तर पर 29 सितंबर 2019 को रिलीज होने वाली है। इसके अलावा वह एक जख्मी पंजाब वैव सीरीज भी तैयार कर रही है जिसमें 1982 केपंजाब के हालात पर 20 एपिसोड होंगे। हर एपिसोड अपने आप में अलग होगा। जो नबंबर में शुरू हो जायेगी। इसमें योगराज सिंह, गुरेन्दर मखना आदि मजे हुए कलाकार काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाबी इंडस्ट्री में काफी संघर्ष किया है। वह आगे भी फिल्में बनाने के मूड में है। महिला जनित गंभीर मुद्दे पर फिल्म बनाने के विषय में पूछने पर उन्होंने बताया कि पंजाबी ऑडियंस गंभीर मुद्दो पर फिल्में नहीं देखना चाहती। जब ऑडियंस ही नहीं होगी तो प्रोड्यूसर पैसा क्यों लगायेगा। फिल्म की सफलता के लिए ऑडियंस की रूचि देखना जरूरी है । उन्होंने बताया दाड़ू पहली लघु फिल्म दाड़ू है, उसने एक हॉलीवुड फिल्म पॉइग्नेंट ’लिखा और निर्मित किया है। वह एशियाई समुदाय के रुझानों से प्रेरित थी जिसने इस मुद्दे के बारे में बहुत सारे सवाल उठाए हैं। वह उन सवालों के जवाब खोजने के लिए एक यात्रा पर गई और इस कारण के बारे में जागरूक लोगों को एक फिल्म निर्देशित किया फिल्म में कनाडा के नए कलाकारों को दिखाया गया है। फिल्म के मुख्य पात्र राज और जिया एक महत्वाकांक्षी युवा बच्चे हैं जो एक-दूसरे से जुड़े हैं लेकिन दवा व्यवसाय में हैं। उनके संबंधित परिवारों को इसकी जानकारी नहीं है लेकिन दूसरी ओर वे एक आखिरी सौदा करके इस व्यवसाय से बाहर निकलना चाहते हैं। लेकिन उसी शाम को जिया सडक़ दुर्घटना में मर जाती है। जिया का दादू, भावनात्मक रूप से टूटने का सामना करता है और कहीं न कहीं राज के खिलाफ उसके दिल में लगभग 2 वर्षों से गहरा रोष है कि उसने अपने पोते के खिलाफ कुछ साजिश रची होगी जो इस बड़े नुकसान का कारण बनता है। राज को दादू द्वारा खलिहान में पाला गया और प्रताड़ित किया गया। उनका मानना है कि जिया को राज ने धक्का दिया था और फलस्वरूप उनकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई। दादू राज की गतिविधियों के बारे में संदिग्ध है और सोचता है कि राज किसी प्रकार के अवैध व्यवसाय में है और जिया के दुर्घटना के कारण राज ने उसे रास्ते से हटा दिया। दाउद की दुनिया तब बिखर जाती है जब राज उसे बताता है कि जिया उसकी तरह ही एक अपराधी थी। क्या दादू उस पर विश्वास करेंगे और उसे माफ कर देंगे या दादू राज को मार डालेंगे और जिया को न्याय दिलाएंगे। यह अनुभव मेरे लिए निर्देशक के रूप में पूरी तरह से एक नई यात्रा थी। यह फिल्म भारत के साथ-साथ कनाडा में हमारे समुदाय के आसपास हो रही वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित है। हमारे युवा मुख्य रूप से अपने शुरुआती किशोर बच्चों को फँसा रहे हैं और वे न केवल उनके जीवन को बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर रहे हैं। इसे वास्तविक घटनाओं से जोड़े रखने के पीछे का कारण दर्शकों को गहराई से जोडऩा है।