नाबालिग लड़की काे शेल्टर हाेम संचालक ने नाैकरी के बहाने बुलाकर प|ी के साथ मुरथल भेज दिया। इसके बाद वह घर नहीं पहुंची ताे मां-भाई शिकायत लेकर प्राेटेक्शन अधिकारी के पास पहुंचे। 24 घंटे बद लड़की भी प्राेटेक्शन अधिकारी के पास पहुंच गई अाैर घर जाने से मना कर दिया। अब उसे करनाल शेल्टर हाेम भेजा गया है। शेल्टर हाेम संचालक के खिलाफ बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन पदमा रानी ने जांच कराने की बात कही है।
प्राेटेक्शन अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि 17 जुलाई काे एक नाबालिग लड़की ने अाकर बताया कि परिजन जबरन उसका विवाह करवा रहे हैं। वह अभी 17 साल 10 माह की है। लड़की ने घर जाने से मना कर दिया था। इसलिए उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर शेल्टर हाेम भेजा गया था। समिति काे अाग्रह किया था कि जब तक कार्रवाई नहीं हाेती, तब तक लड़की की कस्टडी रिलीज नहीं की जाए, लेकिन समिति ने 30 जुलाई काे परिजनाें के हवाले कर दिया। साेमवार काे लड़की की मां व भाई ने अाकर बताया कि शनिवार से लड़की लापता है। दोपहर करीब दाे बजे लड़की भी अाॅफिस में अा गई।
नाैकरी के लिए बुलाते थे संचालक: प्राेटेक्शन अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि मां-भाई ने उन्हें बताया कि शेल्टर हाेम संचालक लड़की काे बार-बार नाैकरी के बहाने बुला रहा था। एक अगस्त काे संचालक ने लड़की काे बुलाकर कहा कि उसकाे प|ी के साथ कहीं जाना है। तुम शेल्टर हाेम संभालना।
रात काे पुलिस 35 वर्षीय महिला काे छाेड़ गई। शेल्टर हाेम में झगड़ा हाे गया। तब पुलिस भी अाई थी। शनिवार काे फिर बुलाया अाैर प|ी के साथ स्कूटी से लड़की काे मुरथल भेज दिया। शाम 4 बजे लड़की घर अा गई। स्कूटी देने की बात कहकर घर से निकली, लेकिन लाैटकर नहीं अाई। बाद में स्कूटी चांदनी बाग थाने में खड़ी मिली। लड़की के अाने पर मेडिकल कराया गया।
काेई शिकायत अाएगी ताे जांच कराएंगे : चेयरपर्सन
अभी तक शेल्टर हाेम संचालक के खिलाफ काेई शिकायत नहीं अाई है। प्राेटेक्शन अधिकारी ने जरूर लिखकर दिया है, इसकी जांच कराएंगे। लड़की से बातचीत की ताे उसने बताया कि एक अगस्त काे भाई झगड़ा कर रहा था। इसलिए वह शेल्टर हाेम गई थी।