- कुमारस्वामी सरकार गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत साबित करेगी
- मुंबई जा रहे कांग्रेस के बागी विधायक और आईएमए घोटाले के आरोपी रोशन बेग को एसआईटी ने गिरफ्तार किया
- मुख्यमंत्री बोले- भाजपा घोटाले के आरोपियों को भागने में मदद कर रही
Dainik Bhaskar
Jul 16, 2019, 09:37 AM IST
बेंगलुरु. कर्नाटक के 15 बागी विधायकों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। विधायकों ने इस्तीफे स्वीकार नहीं करने के स्पीकर के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की है। इसी बीच, इस्तीफा दे चुके जेडीएस विधायक नारायण गौड़ा भी मुंबई के रेनेसां होटल पहुंच गए। यहीं पर 14 बागी विधायक ठहरे हुए हैं। कुमारस्वामी सरकार 18 जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत साबित करेगी।
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि मुंबई जा रहे कांग्रेस के बागी विधायक रोशन बेग को एसआईटी ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। बेग पर आईएमए ज्वेल घोटाले में शामिल होने का आरोप है। कुमारस्वामी ने सोमवार रात ट्वीट कर बताया कि एसआईटी ने धोखाधड़ी के मामले बेग से पूछताछ की। उनके साथ भाजपा नेता येदियुरप्पा के पीए संतोष और भाजपा नेता योगेश्वर भी मौजूद थे। बेग और संतोष चार्टेड फ्लाइट से मुंबई जा रहे थे। यह शर्म की बात है। भाजपा धोखाधड़ी के आरोपी पूर्व मंत्री को भागने में मदद कर रही है। भाजपा सीधे तौर पर हॉर्स ट्रेडिंग मामले में जुड़ी है।
Today SIT probing the #IMA case detained @rroshanbaig for questioning at the BIAL airport while he was trying leave along with @BSYBJP‘s PA Santosh on a chartered flight to Mumbai. I was told that on seeing the SIT, Santhosh ran away while the team apprehended Mr. Baig. 1/2 pic.twitter.com/MmyH4CyVfP
— H D Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) July 15, 2019
कर्नाटक में गुरुवार को फ्लोर टेस्ट
कुमारस्वामी सरकार 18 जुलाई को 11 बजे विश्वास मत साबित करेगी। हालांकि, भाजपा ने सोमवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से विश्वास मत साबित करने की मांग की थी। पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा 4-5 दिन में सरकार बना लेगी। कांग्रेस और जेडीएस के 16 विधायक इस्तीफा सौंप चुके हैं। हालांकि, स्पीकर रमेश कुमार ने अभी तक फैसला नहीं लिया। सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की याचिका पर फैसला आने तक कर्नाटक विधानसभा में यथास्थिति रखने का आदेश दिया था। ऐसे में अभी तय नहीं है कि कुमारस्वामी सरकार यथास्थिति में बहुमत साबित करती है या स्पीकर के फैसले के बाद।
यथास्थिति में विश्वासमत साबित करने पर क्या होगा?
- यदि16 बागी विधायक सरकार के खिलाफ वोटिंग करें। इस स्थिति में सरकार के पक्ष में 100 वोट पड़ेंगे। ये संख्या बहुमत के लिए जरूरी 112 के आंकड़े से कम है। ऐसे में कुमारस्वामी सरकार सदन में विश्वासमत खो देगी। सरकार के खिलाफ वोट करने पर बागियों की सदस्यता खत्म हो जाएगी।
- यदि बागी विधायक सदन से अनुपस्थित रहें। इस स्थिति में विश्वासमत के समय सदन में सदस्य संख्या 207 रह जाएगी। बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 104 का हो जाएगा। लेकिन, बागियों की अनुपस्थिति में सरकार के पक्ष में केवल 100 वोट पड़ेंगे और सरकार गिर जाएगी।
- यदि बागियों के इस्तीफे मंजूर हो जाएं। इस स्थिति में भी सरकार को बहुमत के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी, जो उसके पास नहीं होंगे। सरकार गिर जाएगी।
- यदि अगर विधानसभा अध्यक्ष बागियों को अयोग्य ठहरा देते हैं तो भी सदन में विश्वासमत के वक्त सरकार को बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए। यह उसके पास नहीं होगा। ऐसे में भी सरकार गिर जाएगी।
बागी विधायकों ने कहा- कांग्रेस के नेताओं से खतरा
इस्तीफा देने वाले कर्नाटक के 16 में से 14 विधायक बागी विधायकों ने सोमवार को मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर दूसरी बार सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमें कई तरह से प्रभावित करने और डराने की कोशिश कर रही है। हम गुलाम नबी आजाद या मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कर्नाटक कांग्रेस के किसी भी नेता से नहीं मिलना चाहते। हमें उनसे खतरा है।
कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायकों ने दिया इस्तीफा
उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमाशेखरा, प्रताप गौड़ा पाटिल, मुनिरत्ना और आनंद सिंह इस्तीफा सौंप चुके हैं। वहीं, कांग्रेस के निलंबित विधायक रोशन बेग ने भी इस्तीफा दे दिया। 10 जून को के सुधाकर, एमटीबी नागराज ने इस्तीफा दे दिया था।