- अंक तालिका में न्यूजीलैंड तीसरे और इंग्लैंड चौथे स्थान पर
- न्यूजीलैंड के 8 मैच में 11 और इंग्लैंड के इतने ही मैच में 10 अंक
- सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया और भारत ने पहले ही अपना स्थान पक्का कर लिया
- मैच का प्रसारण दोपहर 3:00 बजे से स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर
Dainik Bhaskar
Jul 03, 2019, 07:31 AM IST
चेस्टर ले स्ट्रीट. वर्ल्ड कप के 41वें मुकाबले में बुधवार को रिवसाइड ग्राउंड पर मेजबान इंग्लैंड का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। दोनों टीमों की नजर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाने पर होगी। न्यूजीलैंड अंक तालिका में तीसरे और इंग्लैंड चौथे स्थान पर है। न्यूजीलैंड के 8 मैच में 11 और इंग्लैंड के इतने ही मैच में 10 अंक हैं। ऐसे में न्यूजीलैंड की टीम अगर जीत दर्ज करती है तो वह 13 अंक के साथ सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम जीती तो उसके 12 अंक हो जाएंगे। इससे वह अंतिम चार में पहुंच जाएगा।
इस मैच में हारने पर दोनों टीमों की किस्मत पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुकाबले के विजेता से तय होगी। अगर न्यूजीलैंड हारता है तो उसके 11 अंक ही रहेंगे। ऐसे में पाकिस्तान के जीतने पर दोनों टीमों के अंक बराबर हो जाएंगे। यहां पर न्यूजीलैंड और पाकिस्तान की टीम को रनरेट के आधार पर सेमीफाइनल की टिकट मिलेगी। पाक टीम इंग्लैंड के हारने की दुआ करेगी। इसके बाद वह बांग्लादेश को हराकर सीधे सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। वहीं, इंग्लैंड चाहेगा कि बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान को हरा दे। ऐसे में आज का मुकाबला हारने पर भी इंग्लैंड अंतिम-4 में पहुंच जाएगा।
इंग्लैंड 23 साल से सेमीफाइनल में नहीं पहुंचा
इंग्लैंड की टीम 1996 वर्ल्ड कप के बाद कभी भी सेमीफाइनल में नहीं पहुंची। वह अब तक 5 बार सेमीफाइनल खेल चुका है। दूसरी ओर न्यूजीलैंड की टीम 7 बार सेमीफाइनल खेली। पिछले वर्ल्ड कप में वह दक्षिण अफ्रीका को हराकर फाइनल तक पहुंचा था, लेकिन चैम्पियन नहीं बना सका था।
इंग्लैंड और न्यूजीलैंड हेड टू हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 89 वनडे खेले गए। न्यूजीलैंड की टीम 43 और इंग्लैंड 40 मैच में जीती। 2 मुकाबला टाई रहा। 4 मैच में नतीजा नहीं निकला। इंग्लैंड अपने होमग्राउंड पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 30 मैच खेले। इनमें मेजबान टीम 16 में जीती। न्यूजीलैंड को 12 मैच में सफलता मिली। 2 मुकाबलों में नतीजा नहीं निकला।
न्यूजीलैंड की टीम वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 36 साल से नहीं हारी
कौन जीता | जीत का अंतर | मैदान | साल |
इंग्लैंड | 80 रन | नॉटिंघम | 1975 |
इंग्लैंड | 9 रन | मैनचेस्टर | 1979 |
इंग्लैंड | 106 रन | ओवल | 1983 |
न्यूजीलैंड | 2 विकेट | बर्मिंघम | 1983 |
न्यूजीलैंड | 7 विकेट | वेलिंगटन | 1992 |
न्यूजीलैंड | 11 रन | अहमदाबाद | 1996 |
न्यूजीलैंड | 6 विकेट | ग्रॉस आइसलेट | 2007 |
न्यूजीलैंड | 8 विकेट | वेलिंगटन | 2015 |
मौसम और पिच रिपोर्ट : चेस्टर ले स्ट्रीट में मौसम साफ रहेगा। तापमान 16 से 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। इस मैदान पर पिछले मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती थी। पिच से तेज गेंदबाजों के मदद मिल सकती है। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी।
इंग्लैंड की मजबूती
जेसन रॉय : तीन मैच में चोट के कारण बाहर बैठने के बाद जेसन रॉय ने पिछले मैच में भारत के खिलाफ वापसी की। उन्होंने 66 रन बनाए। इंग्लैंड को लगातार दो मैच में हार के बाद जीत मिली। जेसन के आने के बाद टीम की बल्लेबाजी मजबूत हुई। उनका असर टीम के प्रदर्शन में भी दिखा। जेसन ने 4 पारियों में 70.25 की औसत से 281 रन बनाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ करो या मरो मैच में इंग्लैंड की टीम जेसन से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद कर रही होगा।
जोफ्रा आर्चर : वनडे में सिर्फ 11 मैच का अनुभव रखने वाले आर्चर इस वर्ल्ड कप में 16 विकेट ले चुके हैं। हालांकि, वे इस वर्ल्ड कप में एक बार भी मैच में 4 या 5 विकेट नहीं ले सके हैं, लेकिन सभी मुकाबलों में टीम को जरूरत के समय विकेट निकाल कर दिया। आर्चर पहली बार न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेंगे। वे इस मैच में भी अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे।
इंग्लैंड की कमजोरी
स्पिनर्स : टीम दो नियमित स्पिनर्स के साथ खेल रही है। आदिल रशीद ने 7 मैच में 7 विकेट लिए। वहीं, मोइन अली को 5 मैच में सिर्फ 5 सफलता मिली। पिछले मुकाबले में भारत के खिलाफ मोइन को टीम से बाहर कर दिया गया था। इस मैच में भी ऐसा लग रहा है कि उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ेगा। दूसरी ओर आदिल भारत के खिलाफ विकेट निकालने में नाकाम रहे थे। उन्होंने 5 ओवर में 40 रन दे दिए थे।
न्यूजीलैंड की ताकत
केन विलियम्सन : टीम के कप्तान केन विलियम्सन का प्रदर्शन इस वर्ल्ड कप में अब तक बेहतरीन रहा है। उन्होंने 6 पारियों में 113.50 की औसत से 454 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 77.87 का रहा। विलियम्सन ने 39 चौके और 3 छक्के लगाए। न्यूजीलैंड के कप्तान ने इस वर्ल्ड कप में 2 शतक लगाए हैं। वे इंग्लैंड के खिलाफ इस अहम मुकाबले में भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे।
लॉकी फर्गुसन : न्यूजीलैंड के इस तेज गेंदबाज ने टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी है। लॉकी ने 7 मैच में 17 विकेट लिए। एक बार मैच में चार विकेट भी अपने नाम किए। लॉकी 150 किमो/घंटा की स्पीड से गेंद करने में सक्षम हैं। इस वर्ल्ड कप में उनका इकॉनमी रेट 4.96 का रहा।
न्यूजीलैंड की कमजोरी
मार्टिन गुप्टिल आउट ऑफ फॉर्म : टीम का यह ओपनर बल्लेबाज शुरुआती मैचों के बाद रन बनाने में नाकाम रहा है। गुप्टिल ने 7 पारियों में 26.33 की औसत से 158 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 91.33 का रहा। गुप्टिल ने श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच मे अर्धशतक लगाया था। इसके बाद वे 50 का आंकड़ा छूने में नाकाम रहे। न्यूजीलैंड टीम प्रबंधन चाहेगा कि वे इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करें।
दोनों टीमें
इंग्लैंड : इयॉन मॉर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), मोइन अली, क्रिस वोक्स, लियम प्लंकेट, जोफ्रा आर्चर, आदिल रशीद, टॉम करन, मार्क वुड, जेम्स विंस, लियम डॉसन।
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), रॉस टेलर, टॉम ब्लंडेल, ट्रेंट बोल्ट, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, लॉकी फर्ग्युसन, मार्टिन गुप्टिल, मैट हेनरी, टॉम लाथम, कॉलिन मुनरो, जेम्स नीशम, हेनरी निकोलस, मिशेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी।