- विराट ने गेंदबाजों का बचाव करते हुए कहा कि छोटी बाउंड्री के चलते उनके पास ज्यादा विकल्प नहीं थे
- उन्होंने कहा कि आखिर में गेंद काफी रुक कर आ रही थी, इससे आखिर में बल्लेबाजी मुश्किल हो गई
Dainik Bhaskar
Jul 01, 2019, 09:13 AM IST
बर्मिंघम. वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को पहली बार रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ मिली। इस पर कप्तान विराट कोहली ने कहा कि टीम फ्लैट पिच पर अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सकी। लक्ष्य का पीछा करने के दौरान भी बल्लेबाज गति बनाने में भी चूक गए। विराट ने कहा कि अगर हम कुछ अहम मौकों पर विकेट न गंवाते और पारी को तेजी से आगे बढ़ाते तो नतीजे कुछ और हो सकते थे।
पंत-पंड्या की बैटिंग के दौरान बना था मौका
विराट ने कहा, “इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की। लेकिन जिस वक्त पंत और पंड्या क्रीज पर थे, तब हमारे पास एक शानदार मौका था। पंत-पंड्या कुछ शॉट्स लगाकर हमें टारगेट के करीब पहुंचा सकते थे और उनके (इंग्लैंड के) ड्रेसिंग रूम में खलबली पैदा कर सकते थे। लेकिन हमने गलत समय पर विकेट गंवा दिए और बड़े लक्ष्य का पीछा करने के दौरान यह काफी परेशानी पैदा करता है।”
‘बाउंड्री लगाने में धोनी ने की मेहनत’
महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर विराट ने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने बाउंड्री हासिल करने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की। लेकिन स्थितियां अनुकूल नहीं थीं। विपक्षी टीम ने सही लेंथ पर गेंदबाजी की और गेंद थोड़ा रुक कर आ रही थीं। इसलिए आखिर में बल्लेबाजी मुश्किल होती चली गई। अब हमें अगले मैच के बारे में सोचना होगा और उसमें गलतियों को सुधारना होगा।”
छोटी पिच में स्पिनर्स के लिए नही थे ज्यादा मौके
गेंदबाजों का बचाव करते हुए कोहली ने कहा कि बर्मिंघम में बाउंड्री महज 59 मीटर की थीं, जो कि अंतरराष्ट्रीय मैच में न्यूनतम है। साथ ही मैच में विकेट भी फ्लैट रखा गया। ऐसे में बल्लेबाज रिवर्स स्वीप से ही छक्का मारने की काबिलियत रखते थे और इन स्थितियों में स्पिनर्स ज्यादा कुछ नहीं कर सकते थे। वे सिर्फ अपनी लाइन को लेकर स्मार्ट हो सकते थे।
कोहली ने कहा कि एक समय इंग्लैंड 360 के स्कोर की तरफ जाता लग रहा था, लेकिन फिर हमने उन्हें रोक लिया। अगर उनके स्कोर में 10-15 रन और कम होते तो बेहतर होता। लेकिन हम उन्हें 337 पर रोककर भी खुश थे। बेन स्टोक्स ने बेहतरीन पारी खेली।