- 14 जून को मोहाली के सेक्टर-82 में मिली जली हुई लाश थी 39 साल के रमेश की
Dainik Bhaskar
Jun 19, 2019, 06:41 AM IST
मोहाली (विनीत राणा). 14 जून को मोहाली के सेक्टर-82 में जलते मिले शव की शिनाख्त कर ली गई है। शव कंुभड़ा में किराए के मकान में रहने वाले 39 साल के रमेश का है। शिनाख्त मृतक रमेश की बेटी, दामाद, भाई, भतीजे सहित करीब पांच अन्य रिश्तेदारों ने की है। सोहाना पुलिस पोस्टमार्टम के लिए शव को फेज-6 सिविल अस्पताल मॉर्चरी में लेकर गई। शव की हालत देखकर डॉक्टर्स ने पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया। क्योंकि शव पूरी तरह से जल चुका था। इसलिए अब फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टर जले शव का पोस्टमार्टम करेंेगे। मामले को फेज-6 सिविल अस्पताल से पटियाला राजिंद्रा अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस बुधवार सुबह शव को पटियाला लेकर जाएगी।
खोपड़ी में गहरा गड्ढा, गले पर भी तेजधार हथियार के निशान :
फेज-6 सिविल अस्पताल की मॉर्चरी में जब डॉक्टरों के पैनल ने शव को चेक किया तो पाया कि उसके दोनों हाथ-पैर गायब थे। खोपड़ी में गहरा गड्ढा पड़ा हुआ था। गर्दन के पास भी तेजधार हथियार के निशान दिख रहे थे। डॉक्टरों का कहना था कि शव की हालत देखकर लग रहा है कि हत्यारों ने रमेश के हाथ-पैर काट दिए थे। सिर व गले पर भी कई वार किए हैं। डॉक्टरों ने कहा कि शव की हालत ऐसी है कि वे यह नहीं बता पाएंगे कि मर्डर करके जलाया गया या जिंदा जलाया गया। पटियाला राजिंद्रा हॉस्पिटल के फोरेंसिक एक्सपर्ट ही यह बता सकते हैं।
दो दिनों पहले ही आया था बेटी की शादी करके :
रमेश मूलरूप से रायबरेली के पास के गांव का रहने वाला था। उसके चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी सरिता की शादी हो चुकी है। अभी दूसरी बेटी कविता की शादी वह करने गया था। दो बेटे राहुल व रोहित छोटे हैं। पूरा परिवार कुंभड़ा में किराए के मकान में रहता है। बेटी की शादी के लिए 13 मई को परिवार रायबरेली गया था। वहां से 11 जून को अकेला रमेश कुंभड़ा वापस आ गया। रमेश ने 12 जून को सेक्टर-78/79 चौक के पास रेहड़ी लगाई। 13 जून को रेहड़ी लगाकर रात 9 बजकर 32 मिनट पर वापस आ रहा था। आखिरी बार उसे सेक्टर-78/79 के ट्रैफिक लाइट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद देखा गया। यह फुटेज पुलिस ने निकाली है। इसमें रमेश रेहड़ी लेकर घर की तरफ जाता दिखाई दे रहा है। इसके बाद से ही वह गायब था। रास्ते में रमेश के साथ क्या हुआ, पुलिस यही जांच कर रही है।
दो लोगों के नाम बताए पुलिस को घरवालों ने :
घरवालों ने इस मामले में दो लोगों पर शक जताया है। पुलिस को नियामत अली व रामप्रशाद का नाम दिया है। ये दोनों आपस में दोस्त हैं। रमेश का नियामत अली के साथ झगड़ा चल रहा था। घरवालों ने आरोप लगाया कि नियामत दो-तीन बार रात के समय उनके घर में घुसा था, जिसका पीछा कर रमेश ने उसे भगाया था। वहीं, राम प्रशाद भी सूप की रेहड़ी लगाता है, उसके साथ भी उसका रमेश का झगड़ा हुआ था।
घटनास्थल की राख से मिली कीलें व पंजे :
जहां पर रमेश को जलाया गया, वहां काफी मात्रा में राख पड़ी हुई थी। डिस्ट्रिक्ट फोरेंसिक एक्सपर्ट ने मौके से 5 सैंपल लिए थे। इनमें जली नीले रंग की तिरपाल, मांस का टुकड़ा, बिखरा खून, लकड़ी जो शव के नीचे राख के रूप में थी। इस राख से घरवालों को काफी संख्या में लोहे की कीलें, मुर्गे के पंजे और खरोड़े (बकरें के पैर व टांगें) मिले हैं। रमेश नॉनवेज सूप बनाता था और मुर्गे के पंजे व खराेड़ों का सूप भी बेचता था। हत्या के बाद से रेहड़ी भी गायब है। इसलिए शक जताया जा रहा है कि हत्यारों ने मर्डर कर शव को रेहड़ी पर पैर फोल्ड कर रखा। इसके बाद रेहड़ी के ऊपर का हिस्से (लकड़ी के फट्टों) सहित जला दिया। रेहड़ी के टायर, सूप के बर्तन गायब हैं।