डेराबस्सी(मनोज राजपूत).नए साल की सुबह कोहरे की वजह से पहला बड़ा हादसा हुआ। अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर दप्पर टोल प्लाजा के पास घोलूमाजरा में करीब 12 गाड़ियां टकरा गईं। 300 मीटर के दायरे में हुए इन हादसों में एक ऑल्टो कार में सवार मां-बेटी की माैके पर ही मौत हो गई, जबकि 9 महिलाओं समेत 12 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए।
घायलों को डेराबस्सी सिविल हॉस्पिटल एवं प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। इनमें बच्ची समेत तीन महिलाएं गंभीर जख्मी हैं, जो अब जीएमसीएच, चंडीगढ़ व इंडस अस्पताल, जवाहरपुर में दाखिल हैं। हादसे के बाद हाइवे पर दो करीब डेढ़ घंटे तक ट्रैफिक अवरुद्ध रहा।
पंचकूला की पावर कॉलोनी में रहने वाले 45 साल के संजय कुमार ने बताया कि वे बिजली विभाग में बतौर असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट तैनात हैं। वह पत्नी सीमा, दोनों बेटियों दिव्या (17) और दीक्षा (11) को ऑल्टो कार में लेकर कुरुक्षेत्र में बड़े भाई की रिटायरमेंट पार्टी मेंगए थे। मंगलवार सुबह वे पंचकूला लौट रहे थे। रास्ते में बहुत धुंध थी।
उनके आगे धुंध में कोई वाहन खड़ा था, जिसे देख उन्होंने सही समय ब्रेक लगाकर कार रोकली। वह उतरकर आगे देखने गए ही थे कि पीछे से एक मिनी बस ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मारी। उनकी कार आगे खड़े एक वाहन और बस के बीच फंसकर पिचक गई। बड़ी मुश्किल से कार तोड़कर पत्नी और बेटियों को बाहर निकाला। हाॅस्पिटल में डॉक्टर्स ने सीमा और दिव्या को मृतकरार दिया।
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