मुंबई(सोनुप सहदेवन).‘लोग वही देखते हैं, जो वे देखना चाहते हैं। लोगों को आकर्षित करने के लिए आप अपने काम में बेस्ट दे सकते हैं। इसलिए मैं हर मिनट अपना बेस्ट देता हूं।’ ये कहना है अभिनेता शाहरुख खान का। फिल्म ‘जीरो’ की रिलीज (21 दिसंबर) से पहले उन्होंने भास्कर से बातचीत की।
-
सवाल: क्या जीरो में बौने के किरदार में काम करना मुश्किल था?
शाहरुख:बहुत मुश्किल तो नहीं था। शूटिंग के 8-9 महीने बाद अपने काम को देखकर हम काफी खुश थे। हमने फिल्म के कठिन हिस्से शूट कर लिए थे। ये सब वीएफएक्स के बिना संभव नहीं हो सकता था। वीएफएक्स के कारण शूटिंग में काफी समय लगा और यह काफी महंगा भी है।
-
सवाल:बहुत मेहनत के बाद भी कई बार फिल्में अच्छी नहीं चलती। तब आप क्या सोचते हैं?
शाहरुख:फिल्म को लेकर हर किसी का अपना दृष्टिकोण होता है। इसलिए आपको इसकी चिंता छोड़नी ही पड़ती है। कुछ लोग इसे खूब पसंद कर सकते हैं, तो कुछ बिल्कुल ही नापसंद कर देते हैं। पर कड़ी मेहनत के बावजूद फिल्म न चले, तो बुरा तो लगता है। -
सवाल:स्टार से उम्मीद होती है कि उनकी हर फिल्म चले, पर यह सच नहीं है। आप अब तक के अपने काम को कैसे आंकते हैं?
शाहरुख:ये काम बेहद मुश्किल है। जब लोगों को मेरा काम पसंद नहीं आता, तब मैं समझ नहीं पाता कि उन्हें क्यों पसंद नहीं आया। इसलिए मैं इसमें अपना वक्त बर्बाद नहीं करता। मुझे पता है कि लोग वही देखते हैं, जो वे देखना चाहते हैं। इसलिए मैं हर मिनट अपना बेस्ट देता हूं। -
सवाल:क्या बेटी सुहाना भी फिल्म में आने की तैयारी में हैं?
शाहरुख:सुहाना एक्टिंग चुनती है तो खुशी होगी। थियेटर, स्ट्रीट और सोलो प्ले करती है तो और खुश होऊंगा। स्कूलिंग पूरी कर लें फिर कोई प्लेटफॉर्म चुनेंगी। -
सवाल:फिल्म के बारे में लोगों का फैसला आपके लिए कितना अहम है?
शाहरुख:हर फिल्म की सफलता का पैमाना अलग होता है। जब आप कमर्शियल फिल्म बनाते हैं, तब लोग कहते हैं कि आपने अच्छा अभिनय किया। लेकिन, फिल्म नहीं चली। क्योंकि आप बड़े स्टार हैं तो लोग उम्मीद करते हैं कि आपकी हर फिल्म अच्छी चले। यह सच नहीं है। -
सवाल:क्या वीएफएक्स के बिना फिल्म बनाना संभव है ?
शाहरुख:अगर हमारे पास वीएफएक्स नहीं होते तो आप अच्छी तरह से काम नहीं कर पाते। मैं ‘बाहुबली’ फिल्म को बधाई देता हूं, जिसने वीएफएक्स के क्षेत्र में पथप्रदर्शक का काम किया। वीएफएक्स और टेक्नोलॉजी कहानी को बेहतर बनाने के लिए हैं, लोगों को इम्प्रेस करने के लिए नहीं। -
सवाल:लोग आपको ‘किंग खान’, ‘सुपरस्टार’ या ऐसे कई नामों से बुलाते हैं। इस पर आप क्या सोचते हैं ?
शाहरुख:लोग कहते हैं कि मैं शानदार हूं। मेरा काम अच्छा है। लेकिन मैं इसे सीरियसली नहीं लेता। मैं हार्डवर्क करता हूं। घर जाकर सो जाता हूं। हमेशा अपना बेस्ट देने की कोशिश करता हूं। कई बार यह बेस्ट बहुत अच्छा होता है। कई बार उतना अच्छा नहीं होता।