नाभा.बरगाड़ी मोर्चे के दौरान सिख नेताओं से किए वादे को पूरा करते हुए पंजाब सरकार ने सजा पूरी होने के बाद भी जेलों में बंद सिखों को रिहा करना शुरू कर दिया है। इसी के तहत मुख्यमंत्री के आदेश पर टाडा केस में 14 साल की सजा होने के बावजूद 17 साल तक जेल में रह रहे दिलबाग सिंह को वीरवार को रिहा कर दिया गया।
नाभा की मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल से रिहा होने के बाद दिलबाग सिंह ने सरकार का आभार जताया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि उनके साथ ही टाडा के तहत जेल काट रहे कई कैदी 12 साल बाद ही रिहा हो गए लेकिन मुझे रिहा नहीं किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में दस साल अकाली सरकार रही लेकिन किसी ने जेलों में सजा काट चुके सिखों की सुध नहीं ली लेकिन कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद मेरे जैसे कई अन्य सिखों में आस बंधी है। जेल सुपरिंटेंडेंट इकबाल सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
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