अमृतसर. 10 साल सत्ता के दौरान हुई गलतियों की माफी के लिए पूर्व सीएम परकाश सिंह बादल ने परिवार और शिअद लीडरशिप के साथ 3 दिन दरबार साहिब में सेवा निभाई। लेकिन 3 दिन बाद भी नहीं बताया कि गलतियां क्या थीं।
बादल यही कहते रहे कि अभी सियासत की बात न करें। शनिवार से चल रही सेवा का सोमवार को समापन हुआ। इस मौके पर बादल ने कहा वह गुरु से माफी मांगने आए हैं। गलतियां क्या हैं? के सवाल पर कहा, ‘गुरु को लिस्ट तो देनी नहीं है। जो भी भूलें हुईं, गुरु साहिब सब जानते हैं।’
बादल के जवाब…
सवाल : डेरा मुखी की माफी पर कुछ कहेंगे?
जवाब : इस समागम को सियासी तौर पर नहीं लेना चाहिए। धार्मिक और सियासी समागम में फर्क होता है। आपसे हाथ जोड़ कर माफी मांगता हूं। कोई सियासी बात न करें।
सवाल : बरगाड़ीकांड काे गलती मानते हैं?
जवाब :मैं इस पर कोई बात नहीं करना चाहूंगा। मुझ पर मेहर करो।
सवाल : माफी मांगने में दो साल क्यों लगे?
जवाब :हम कई बार माफी मांग कर गए हैं। काका आप भी रहम करो, माफ करो। संगत से भी माफी मांगते हैं।
सवाल : ब्रह्मपुरा, अजनाला पर क्या कहेंगे?
जवाब :वे हमारे ही साथी हैं। मैं चाहूंगा कि वे पहले की तरह पार्टी में रहकर पंथ की सेवा करें।
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