नीरज कुमार / खगड़िया बिहार
खगड़िया जिला के गोगरी अनुमंडल में छात्रों तथा वंचित समाज के लोगों ने आज एकदिवसीय धरना दिया। मोदी सरकार की आरक्षण विरोधी नीतियों, रेलवे में 3 साल से भर्ती बंदी, बोरना पंचायत जाने के लिए पक्की सड़ाक का निर्माण तथा बिहार में दम तोड़ती शिक्षा तथा चिकित्सा व्ययस्था के खिलाफ नौजवान संघर्ष सभा के बैनर तले प्रदर्शन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए नवीन कुमार पंडित ने कहा कि सभी सरकार कहती है कि हम युवाओं के लिए काम करेंगे लेकिन युवओं की बड़ी समस्या बेरोजगारी पर कोई ठोस कदम नहीं उठती है। 3 साल से रेलवे की भर्ती बंद है मोदी सरकार हर साल 2 करोड़ नौजवानों का वादा चुनाव से पहले करती थी लेकिन कर रही है उल्टा। रोज़गार मिलने के बजाय घटता ही जा रहा है।
नौजवान इस देश में सबसे ज्यादा आत्महत्या कर रहे हैं। फिर भी सरकार अच्छे दिन का सपना लोगों को दिखा रही है ऊपर से 23 रेलवे स्टेशन को बेचकर दिखा दिया हमारी सरकार हर कीमत पर पूंजीपतियों की सेवा करेगी। सभा में बात रखते हुए मो आक़िब ने कहा कि नीतीश जी की सरकार सड़ाक नाला विकास का बात करके सत्ता में आए है लेकिन 10 हजार से ज्यादा की आबादी वाले इस गॉंव में जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है, इलाके का चिकित्सा केंद्र को खुद ईलाज की जरुरत है। 24 घंटा बिजली का देने का वादा पूरी तरह जुमला निकला है कई इलाके में 5 से 6 घण्टे ही बिजली रहती है ऊपर से मोटा बिल भेजकर जनता का चूसने का काम जारी है।
सभा में आगे बात रखते हुए आलोक नागर ने कहा कि केंद्र की सरकार मनुवाद के एजेंडे पर काम कर रही है। अभी दो दिन पूर्व मेडिकल की परीक्षा में 85 प्रतिशत SC, ST, EBC, और OBC के लिए 49 प्रतिशत सीट आरक्षित किया गया और उधर 15 प्रतिशत सवर्ण के लिए 51 प्रतिशत सीट दिया गया है। आजादी के बाद वंचित जाति समाज पर सबसे बड़ा हमला है। और आज दलित महादलित पिछड़ी और अत्यंत पिछड़ी जाति विरोध नहीं करेगा तो आनेवाले समय में सभी परीक्षा में यही फॉर्मूला लागू किया जायेगा। केंद सरकार हिंदुत्व की आड़ में सवर्ण राज स्थापित कर रही है।