पटना, सनाउल हक़ चंचल-
औरंगाबाद। अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम के एक मामले में जिले के ओबरा प्रखंड की भरूब पंचायत के मुखिया बृजकिशोर सिंह को एससी-एसटी थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बुधवार सुबह थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस गांव पहुंच कर मुखिया को घर से गिरफ्तार किया.
थानाध्यक्ष संतोष रजक ने बताया कि 20 नवंबर, 2016 की सुबह भरूब गांव के ही उमेश पासवान, उसकी पत्नी सुनीता देवी और पुत्र राहुल कुमार को मुखिया सहित पांच लोगों ने घर के दरवाजे पर मारपीट की थी. इस दौरान जातिसूचक शब्दों का प्रयोग भी मुखिया ने किया था.
प्राथमिकी में उमेश पासवान ने कहा था कि जब वह अपने घर पर था, उसी समय मुखिया सहित गांव के कई लोग वहां पहुंचे और मारपीट करते हुए जातिसूचक वाक्य का प्रयोग किया. पत्नी को अर्धनग्न कर पिटाई भी की. इसके पीछे एकमात्र कारण दलितों के लिए मेरे द्वारा किया जा रहा कार्य मुखिया को रास नहीं आना है.
गिरफ्तारी के बाद जेल जा रहे मुखिया बृजकिशोर सिंह ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत पूर्व मुखिया के इशारे पर मुझे फंसाया गया है. अवैध रूप से हो रहे नाली के निर्माण पर रोक लगाने के एवज में मुझे जेल जाना पड़ रहा है.