Chandigarh Today

Dear Friends, Chandigarh Today launches new logo animation for its web identity. Please view, LIKE and share. Best Regards http://chandigarhtoday.org

Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

ट्रैक्टर की ट्रॉली से टकराया टेंपो, एक की मौत, 12 जख्मी

0
208

पटना, सनाउल हक़ चंचल-

लखीसराय। टाउन थाने के लखीसराय-बड़हिया एनएच 80 पर टॉल गेट के पास सुबह दस बजे एक खड़े ट्रैक्टर से टेंपो जा टकराया, जिससे एक बच्ची की मौत हो गयी, जबकि चालक सहित लगभग 12 लोग जख्मी हो गये. घटना को लेकर औरेया गांव के ग्रामीणों ने मुआवजे के लिए लखीसराय-सिकंदरा मार्ग को जाम कर दिया.

औरेया ग्रामवासी लाल बहादुर पंडित की पुत्री की शादी को लेकर सभी अशोक धाम जा रहे थे. टॉल गेट के समीप पहले से एक ट्रैक्टर खड़ी थी. ऑटो चालक द्वारा संतुलन खो देने के कारण तेज गति में रहा ऑटो ट्रैक्टर के टेलर से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. टॉल गेट के संचालकों द्वारा एंबुलेंस बुला कर सभी घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि गंभीर रूप से जख्मी नारायण पंडित के 9 वर्षीय पुत्री निशा को विद्यापीठ इंगलिश के एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. बच्ची के सिर में काफी गहरा जख्म बन गया था. परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

घायलों में ऑटो चालक किशोर चौधरी का पुत्र उपेंद्र चौधरी, मृतक बच्ची की मां बुलबुल देवी को गंभीर चोट पहुंची है, जबकि अन्य घायलों में सीताराम पंडित का पुत्र अजय पंडित, उमेश पंडित की पत्नी पार्वती देवी, प्रकाश पंडित की पुत्री सिम्पी कुमारी, बालकेश्वर पंडित की पुत्री बबली, बालेश्वर पंडित की पत्नी सुभी देवी, विशो पंडित की पत्नी सीता देवी, भरत पंडित की पत्नी सुमित्रा देवी, अजय पंडित का पुत्र रोशन कुमार आदि को भी चोटें पहुंची हैं.

 सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ विभूषण ने प्राथमिक उपचार के उपरांत सभी की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताया है.

इमरजेंसी में बेड पड़ गये कम…..

एन एच 80 टॉल गेट के पास हुई ऑटो दुर्घटना में घायलों को लेकर ऐम्बुलेंस के सदर अस्पताल पहुंचते ही व्यवस्था की कमी स्पष्ट हो गयी. स्ट्रेचर के साथ साथ ओपीडी के पास इमरजेंसी में मात्र पांच बेड ही लगे थे. जबकि घायलों की संख्या 9 से भी अधिक था. किसी तरह दोनों बच्ची को एक बेड पर तो चाची भतीजा को भी एक ही बेड के दोनों ओर अलग अलग लिटा कर इलाज किया जा रहा था. चिकित्सक डॉ विभूषण ने भी बेड की कमी को दबी जुबान में स्वीकार करते हुए व्यवस्था बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है.