दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर वरिष्ठ पार्टी नेता आशुतोष ने पूर्व चुनाव आयुक्त एके ज्योति और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आलोचना की है. आशुतोष ने इस मामले में आप को विक्टिम करार देते हुए कहा कि पार्टी को संविधान की मौजूदा हालात को लेकर चिंता है.
आशुतोष ने कहा, ‘आप इस वक्त पीड़ित पार्टी है. हमें चिंता इस बात की है कि संविधान किस तरह काम कर रहा है. आज यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि किस तरह के लोगों को चुनाव आयुक्त नियुक्त जाए.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान की भावना सर्वोपरि है और हमें आलोचना करने का अधिकार है.
आप विधायक को अयोग्य घोषित किए जाने पर सवाल करते हुए आशुतोष ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि राष्ट्रपति कोविंद प्रधानमंत्री कार्यालय का अनुसरण कर रहे हैं. मुझे यकीन है कि राष्ट्रपति भी अपनी प्रतिष्ठा को लेकर चितिंत होंगे.’
आशुतोष ने साथ ही कहा, ‘आशा है राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पता होगा कि बतौर संविधान के संरक्षक केआर नारायणन में कैबिनेट की सिफारिशें लौटाने का साहस था, वह भी एक नहीं, दो-दो बार… वह महज रबर स्टांप राष्ट्रपति नहीं, बल्कि महान राष्ट्रपति नहीं थे.’
आशुतोष की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आप के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की निर्वाचन आयोग की सिफारिश को मंजूरी दे दी है. इन विधायकों पर लाभ के पद धारण करने के आरोप थे.