निरंतर आगे बढ़ रहा देश
अखिल भारतीय साहित्य परिषद् इकाई पंचकूला द्वारा सेक्टर 14 पंचकूला स्थित महाराजा दाहिर सैन सभागार में भारतीय नव वर्ष ‘विक्रमी संवत् 2081’ मनाया गया। जिसके अंतर्गत ‘लोकमत परिष्कार’ पर विचार-गोष्ठी एवं कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया। परिषद् जिला महासचिव अनिल ‘चिंतक’ ने मंच संचालन करते हुए बताया कि कर्तव्य, नीति, शौर्य और प्रेम के प्रतीकरूप युगनिर्माता शासक सम्राट विक्रमादित्य द्वारा शक शासकों पर विजय प्राप्त कर विक्रमी संवत को प्रतिपादित किया गया था, तभी से विक्रमी संवत् मनाया जाता है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ नीरू मित्तल ‘नीर’ की शारदे वंदना से हुआ।
हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, पंचकूला के उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश) के पूर्व कुलपति मुख्य अतिथि डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री ने अपने वक्तव्य में आयोजन की भूरि- भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति एवं साहित्यिक धरोहरों को संभालने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होते रहने चाहिए।
(अ.भा. सा.परिषद की स्थापना का जिक्र करते हुए डॉ. अग्निहोत्री ने बताया कि प्रो. गुरु मेहता जी द्वारा हरियाणा में लगाया गया परिषद का पौधा आज वट वृक्ष बन गया है। परिषद ने उनका अभिनंदन ग्रंथ भी निकाला है। परिषद समाज के साहित्यकारों को जोड़ने का काम करती है जिसमें लेखन, समीक्षा, कविता, कहानी, उपन्यास आदि सभी विधाओं के साहित्यकारों को समान अवसर मिलते हैं।)
हिन्दी साहित्य अकादमी, निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी जी ने अध्यक्षीय सम्बोधन में बताया कि लोकमत, लोकदेवताओं एवं लोकमान्यताओं की बात कोई साहित्यकार ही कर सकता है। भारत के इतिहास का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि हमारे देश पर बहुत से आक्रांताओं ने राज किया और भरपूर लूटपाट की, लेकिन वर्तमान में वो आक्रांता अपना खुद का अस्तित्व खो चुके हैं जबकि हमारा देश आज और भी अधिक विकसित होने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है।
अ. भा. सा. परिषद्, हरियाणा प्रांत उपाध्यक्ष श्रीमती संतोष गर्ग ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर सान्निध्य प्रदान किया। उन्होंने लोकमत परिष्कार पर बोलते हुए सभी को मताधिकार का प्रयोग करने एवं दूसरों को भी प्रेरित करने का सन्देश दिया।
परिषद् के जिला अध्यक्ष श्री बालकृष्ण गुप्ता ‘सागर’ ने लोकमत विषय पर विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने भ्रामक विज्ञापन एवं झूठे प्रचार-प्रसार से बचते हुए, सोच- समझ कर मतदान करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के संयोजन में डॉ. विजेंदर कुमार, रंजन मगोत्रा एवं सुनीता सिंह का विशेष योगदान रहा। इस शुभ अवसर पर डॉ. जयभगवान सिंह (कुरुक्षेत्र), संस्कार भारती पंचकूला के महासचिव सतीश कुमार अवस्थी, कपूर सिंह एवं संजय कुमार भी उपस्थित रहे। सुनीता नैन, कृष्णा गोयल,आभा मुकेश साहनी, सुनीता सिंह, नीलम नारंग, संगीता पुखराज, पुष्पा हंस, प्रेरणा तलवार, उषा गर्ग, सतपाल सिंह, पारस खन्ना आदि रचनाकारों ने काव्य पाठ करके सभी का मनोरंजन किया।